- कोरोना से लड़ाई को लेकर चर्चा में आई हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन ड्रग
- आईसीएमआर ने दी इस्तेमाल की इजाजत, डोनाल्ड ट्रंप ने बताया था गेम चेंजर
- किस तरह कारगर हो सकती है ये दवा, एक्सपर्ट से जानें सवालों के जवाब
नई दिल्ली: मलेरिया- रोधी दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन को भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने उन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को देने की सिफारिश की है जो कोरोना वायरस के मरीजों के इलाज और संदिग्ध मामलों की जांच प्रक्रिया का हिस्सा बन रहे हैं। यह इलाज प्रक्रिया में लगे लोगों के लिए एक निवारक दवा के तौर पर काम कर सकती है ICMR ने COVID-19 रोगियों के निकट संपर्क में रहने वाले लोगों के लिए दवा के रोग निरोधी उपयोग की अनुमति दी है।
रविवार (29 मार्च) को अमेरिका में COVID-19 रोगियों के इलाज के लिए हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वाइन और क्लोरोक्वीन के सीमित उपयोग को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गेम चेंजर बताया है। दुनिया भर में तेजी से फैल रहे वायरस के साथ, बहुत से लोग इस दवा को खरीदने से घबरा रहे हैं, इसके उपयोग के बारे में उचित जानकारी नहीं है।
टाइम्स नाउ ने डॉ. डी. प्रभाकरन, कार्डियोलॉजिस्ट और एपिडेमियोलॉजिस्ट, पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया के डायरेक्टर, CCCI और वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च एंड पॉलिसी) के साथ एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के बारे में कुछ बात की है। इसमें उन्होंने बताया है कि कैसे यह इलाज में मदद कर सकती है और इसका उपयोग किसे नहीं करना चाहिए। नीचे जानिए डॉ. प्रभाकरन ने इसके बारे में क्या कहा।
हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन क्या है और कोरोना के खिलाफ कैसे कारगर है?
डॉ. डी. प्रभाकरन ने कहा कि हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन मलेरिया की रोकथाम व उपचार और संधिशोथ व ल्यूपस जैसे प्रतिरक्षा संबंधी विकारों के उपचार के लिए उपयोग की जाने वाली दवा है। चीन और फ्रांस के परीक्षणों से यह पता चलता है कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण COVID-19 के उपचार में यह उपयोगी हो सकता है।
कोरोनो वायरस को संक्रमित करने और बढ़ने के लिए कोशिकाओं के भीतर एक अम्लीय पदार्थ की जरूरत होती है। हाइड्रोसीक्लोरोक्वाइन और क्लोरोक्वीन कोशिका के भीतर एक छोटे कण पर काम करते हैं जिसे लाइसोसोम कहते हैं और पीएच को बढ़ाकर इसे कम अम्लीय बनाता है।
साइड इफेक्ट्स: हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के सामान्य दुष्प्रभावों में जी मचलाना, उल्टी और पेट में दर्द जैसी चीजें शामिल हैं। लंबे समय तक उपयोग से दृष्टि और आंशिक अंधेपन के कारण रेटिना व आंख के अन्य घटकों पर इसके प्रभाव के कारण धुंधला दिखाई देने की समस्या हो सकती है।
COVID-19 के दूसरे इलाज: मूल्यांकन के तहत कई नई दवाएं सामने आई हैं। इनमें एंटी-वायरल दवा जैसे रिबाविरिन, एंटी-रेट्रोवायरल ड्रग जैसे लोपिनवीर या रिटोनवीर और आमतौर पर इस्तेमाल किया जाने वाला एंटीबायोटिक एजिथ्रोमाइसिन शामिल हैं।