कोरोना महामारी से दुनिया के तमाम मुल्क जूझ रहे हैं यानी कहा जाए कि इस वायरस ने कई देशों के ताने-बाने को छिन्न भिन्न करके रख दिया है तो गलत ना होगा। भारत भी इसकी मार से अछूता नहीं है, लेकिन इस सबके बीच कोरोना से बचाने में काफी हद तक कोविड वैक्सीन (Covid Vaccine) कामयाब बताई जा रही है, सरकार का जोर भी इसपर है कि कैसे वैक्सीनेशन ड्राइव को प्रभावी बनाकर ज्यादा से ज्यादा लोगों को टीका लगवाया जाए। कोरोना वैक्सीन की बात करें तो इंडिया में फिलहाल अभी कोविशील्ड (Covishield) और कोवैक्सीन (Covaxin) के टीके लगाए जा रहे हैं वहीं मोदी सरकार ने 21 जून से सभी लोगों को फ्री में टीके लगाने का एलान भी कर दिया है।
कोरोना वैक्सीन लगावाने के लिए लोगों में खासा उत्साह है लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस घातक महामारी से लड़ने में बेहद कारगार बताई जा रहीं कुछ वैक्सीन किस तरीके से काम कर रहे हैं उनकी डोज के बीच गैप (Dose Gap) कितना है और वो किस तरीके से बनी हैं और उनकी प्रभावशीलता (Efficacy) कितनी है, ऐसी ही कुछ अहम जानकारियों पर डाल लें एक नजर-
कोरोना से बचने की कवायद में वैसे तो वैक्सीन का रोल तो है ही, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग के साथ तमाम और नार्म्स को फॉलो करते रहना भी जरूरी है क्योंकि इस महामारी पर जीत पानी है तो ये सब तो करना ही पड़ेगा तभी जिंदगी पटरी पर वापस आएगी।