नई दिल्ली: प्यार और अपनापन जाहिर करने के लिए जादू की झप्पी यानी हग करना किसी रामबाण से कम नहीं है। गले मिलने यानी हग करने को लेकर हुए कई शोध बताते हैं कि यह स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद है। सेहत के लिहाज से अपने पार्टनर से गले मिलना कई तरह से स्वास्थ्य को फायदा पहुंचाता है। कई सर्वे सामने आए हैं, जो बताते हैं कि जादू की झप्पी किस तरह बीमारियों को दूर भगाने में भी लाभकारी है।
खासकर अकेलापन, अवसाद , तनाव की स्थिति में यह काफी फायदेमंद है। यानी किसी ऐसे व्यक्ति या पार्टनर को जो इन चीजों से ग्रसित है तो उसका अकेलापन, अवसाद , तनाव दूर होता है। 12 फरवरी को वैलेंटाइन वीक के तहत हग डे मनाया जा रहा है और इस दिन पार्टनर लोग आपस में हग कर अपने पार्टनर से प्यार जताते हैं। आइए जानते हैं कि रोजाना 8 बार हग करने के क्या फायदे है। यह रिपोर्ट कई शोधों पर आधारित है।
- सर्वे के मुताबिक डीप हग आपके शरीर में रक्त संचार को बढ़ा देता है। हग के दौरान थपकी और प्यार का अहसास आपको मजबूत बनाता है।
- यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के मुताबिक अपने करीबियों के गले मिलने से दर्द में आराम होता है। साथ ही गले मिलने के अलावा, हाथ पकड़ने से भी दर्द का अनुभव कम होता चला जाता है।
- गले मिलना दिल के सेहत के लिए फायदेमंद है और दिल को स्वस्थ रखने का यह शानदार तरीका से कम नहीं है। लिहाजा दिल की सेहत तंदुरुस्त रखनी हो तो गले जरूर मिलिए।
- गले मिलने के दौरान शरीर का रक्त संचार तेज हो जाता है और ब्लड प्रेशर और हार्ट डिजीज का रिस्क कम होता है।
- हग करने या गले मिलने से पार्टनर के बीच आपसी रिश्तों में गर्माहट आती है। संबंधों में भरोसा मजबूत होता है। मन में भरोसा और रक्षा का भाव जागृत होता है। ऐसा करना संबंधों में मजबूती प्रदान करता है।
- गले मिलना आपके मूड को सही करता है। अगर आपका मूड किसी कारण से खराब है तो फिर हग करने के बाद ठीक होते देर नहीं लगती। अगर आपका पार्टनर उदास है मूड ठीक नहीं है तो आप उसे हग जरूर कीजिए।
- हग करने से पार्टनर का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। गले मिलने की प्रक्रिया के दौरान ऐसे हार्मोंस का स्राव होता है जो आपके ब्लड सेल्स को बढ़ाते है जो आपको हेल्दी और तनाव मुक्त बनाता है।
- हग करने से शरीर की मांसपेशियों को भी आराम मिलता है और शरीर तनाव मुक्त होता है। यह शरीर में रक्त संचार को भी दुरुस्त रखता है और इसलिए छोटे मोटे दर्द तो गले मिलने मात्र से ही ठीक हो जाते हैं।