- मेडिटेशन से आपका मेंटल हेल्थ दुरुस्त रहता है
- घर पर कैद हैं तो ऐसे में मेडिटेशन कर अपने समय का सदुपयोग करें
- मेडिटेशन करते वक्त कई बातों का रखना होता है ध्यान
कोरोना वायरस के कारण पूरी दुनिया के लोग अपने-अपने घरों में कैद है। कोरोना ये संक्रमण से बचने के लिए दुनियाभर में लॉकडाउन किया गया है ताकि लोग बाहरी दुनिया के संक्रमण से बच सकें। ऐसे में लोगों के साथ बड़ी समस्या ये आ गई है कि वे घरों में रहकर कैसे अपने आप को व्यस्त रखें और कैसे अपने दिल को लगा कर रखें। यही कारण है कि लोगों से अपील की जाती है कि वे घरों में रहकर बोर ना हों बल्कि अपनी क्रिएटिविटी को निखारें इसके अलावा अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दें।
इस दौरान घर पर बंद रहने से तनाव जैसी भी समस्या घर करने लगती है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए लोगों से अपील की जाती है कि वे मेडिटेशन करें। आपको इसके लिए ज्यादा समय भी बर्बाद नहीं करना पड़ेगा। मेडिटेशन सदियों पुरानी एक परंपरा है जिसके तहत ध्यान लगाकर अपने मन मस्तिष्क पर कंट्रोल करने की कोशिश की जाती है। मेंटल हेल्थ के लिए मेडिटेशन बेहद मददगार होता है।
यह करीब 3,000 साल पुरानी परंपरा है। नियमित तौर पर मेडिटेशन करने से आप पहले से अधिक फोकस और पहले से अधिक जागरुक होते हैं और आफकी सहनशक्ति बढ़ती है। मेडिटेशन आपकी समस्याओं को खत्म नहीं करता है बल्कि उससे लड़ने की शक्ति आपको देता है। यह आपके मानसिक थकावट को भी मिटाता है और आपके मन के अंदर के डर को खत्म करता है। अगर आप अपने वर्क परफॉर्मेंस को बढ़ाना चाहते हैं या फिर अपने रिश्ते को मधुर करना चाहते हैं तो ऐसे में मेडिटेशन आपके दिल व दिमाग को सही दिशा की तरफ जाने के लिए प्रेरित करता है। इससे इंसान ज्यादा कॉन्फिडेंट होता है।
इंटरनेट पर अनगिनत मात्रा में मेडिटेशन के वीडियोज मौजूद हैं जहां से आप इसे करने का तरीका सीख सकते हैं। आप मेडिटेशन ऑडियो को सुनकर इसे फॉलो कर सकते हैं। मेडिटेशन के कई एप्स भी डिजिटल वर्ल्ड में मौजूद हैं जो आपको मेंटल रुप से हेल्दी रखने में मदद करता है। इन सबके अलावा कई ऑर्गनाइजेशन भी हैं जो आपको मेडिटेशन की ट्रेनिंग देते हैं।
यहां हम आपको बता रहे हैं अगर आप इस मामले में नए हैं तो आपको कैसे मेडिटेशन करना चाहिए। सबसे पहले आपको अपनी सांसों पर नियंत्रण करने की कला सीखनी चाहिए। जानिए इससे जुड़ी जरूरी बातें-
मेडिटेशन करने का सही वक्त क्या है
ध्यान लगाने (मेडियेट) का कोई सही वक्त नहीं होता है। आप जब चाहें तब इसे कर सकते हैं। हालांकि तड़के सुबह इसे करने का ज्यादा लाभ मिलता है। इसके अलावा सोने के पहले भी आप मेडियेट कर सकते हैं।
कैसे और कहां ध्यान लगाना चाहिए
आप जमीन पर या फिर कुर्सी पर बैठकर ध्यान लगा सकते हैं। बस ध्यान रहे कि आप आराम से बैठें और आपकी पीठ, गर्दन और कंधा सीधा हो। इसके साथ ही आपके चेहरे की ठुड्डी सीधी हो। आपका हाथ घुटनों पर हो और हथेलियां आसमान की तरफ खुली हों। ध्यान रखें कि जब आप ध्यान लगाने बैठें तो शांत माहौल हो।
ध्यान लगाते समय क्या पहनें
आप आरामदायक कपड़े पहन कर मेडियेट करें। अपने लेदर बेल्ट को उतार दें और शरीर को लूज कर रिलैक्स कर लें।
कितनी देर कर करें मेडिटेशन
इसके लिए कोई आइडियल समयसीमा नहीं है। शुरुआत में आप 10 से 15 मिनट कर सकते हैं। इसके बाद आप 5 से 10 मिनट तक समय सीमा बढ़ा सकते हैं।