- 31 देशों तक पहुंचा, पर मौत भी एक नहीं
- ओमाइक्रॉन भारत में कहां-कहां पहुंचा
- देश के एयरपोर्ट पर कैसी तैयारी है ?
मुंबई से बड़ी खबर आ रही है, मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर विदेश से आने वाले 9 पैसेंजर कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। एयरपोर्ट पर यात्रियों का किया गया था कोरोना टेस्ट। वहीं मुंबई मेयर किशोरी पेडनेकर ने कहा, मुंबई में अभी तक ओमाइक्रॉन का कोई केस नहीं है। सबसे अच्छी बात ये है कि अब तक ओमाइक्रोन से दुनिया में किसी की भी मौत नहीं हुई है। डॉक्टर भी लगातार कह रहे हैं कि सावधानी रखिए। मास्क पहनिए ऐसे में सवाल यही है कि तेजी से फैलने वाला ओमाइक्रोन वायरस जानलेवा नहीं है। आप देश को दो बड़े डॉक्टर की राय यहां जान सकते हैं।
जिस ओमाइक्रॉन ने यूरोप के कई देशों को अपनी चपेट में ले लिया। जिस ओमाइक्रॉन ने कई देशों में लॉकडाउन जैसे हालात बना दिए। जिस ओमाइक्रॉन ने फिर से बताया है कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ। वही ओमाइक्रॉन अब धीरे-धीरे हिन्दुस्तान तक पहुंच गया है। उसी ओमाइक्रॉन के कई केस भारत में मिलने लगे हैं।
दक्षिण अफ्रिका से जयपुर आया एक परिवार के चार सदस्य कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसमें दो बच्चे भी शामिल हैं। फिलहाल पूरे परिवार को आइसोलेट कर दिया गया है। जांच के लिए सैंपल भेज दिए गए हैं। केंद्र से लेकर राज्य की सरकार और प्रशासन, कोरोना को लेकर
फिर से पहले से ज्यादा सजग हो गए हैं।
ये तीसरी लहर का संकेत है ?
तमिलनाडु एयरपोर्ट पर भी एक शख्स संक्रमित सिंगापुर से तमिलनाडु आया था। यूके से लौटा एक बच्चा भी संक्रमित पाया गया।
जांच के लिए सैंपल भेजा गया। इससे पहले कर्नाटक में ओमाइक्रॉन के दो केस मिले हैं। जिसके बाद से कई राज्यों में एक तरह से अलर्ट जारी
कर दिया है। साथ ही लोगों को कहा जा रहा है। अभी घबराने की जरूरत नहीं है।
ओमाइक्रॉन पर WHO की भी नजर है। इसके लगातार बढ़ने की खबरों के बीच दुनिया के कई देशों को इसे लेकर उत्साहित करने का काम किया जा रहा है। इधर, बचाव के लिए डॉक्टर लगातार लोगों से कह रहे हैं कि पहले की तरह ही मास्क को जरूरी समझें। भीड़ से बचें।
ओमाइक्रॉन से अब तक दुनिया में किसी की मौत तो नहीं हुई है। लेकिन जिस तरह से दुनिया भर में इसे लेकर सतर्कता बरती जा रही है। लोगों को सावधान रहने को कहा जा रहा है। भारत में भी इसे लेकर कहा जा रहा है कि ओमिक्रॉन से डरना नहीं है, बस सावधान रहना है।
अब ये जानिए- कोरोना के इस नए खतरे, नए रूप से सावधान रहने की जरूरत क्यों है, ये आप तब समझेंगे जब आप इसके फैलने के सुपर स्पीड को जानेंगे।
ये बहुत तेजी से फैल रहा है। सबसे पहले 24 नवंबर को ये दक्षिण अफ्रीका समेत 2 देशों में रिपोर्ट हुआ।दो दिन में ही यानि 27 नवंबर को ये 7 देशों तक पहुंच गया। 28 नवंबर को 9 देशों में इसकी एंट्री हो गई। 29 नवंबर को 13 देशों में दस्तक हो गई। 1 दिसंबर को 22 देश और 2 दिसंबर को 29 देशों में और 3 दिसंबर को 33 देशों में ओमाइक्रॉन के मरीज मिल चुके हैं। पूरी दुनिया में इस वक्त नए वेरिएंट के मरीजों की कुल संख्या है 385।
ओ-माइक्रॉन की सुपर स्पीड
- 24 नवंबर को 2 देश
- 27 नंवबर को 7 देश
- 28 नंवबर को 9 देश
- 29 नवंबर को 13 देश
- 1 दिसंबर को 22 देश
- 2 दिसंबर को 29 देश
- 3 दिसंबर को 30 देश
- दुनिया में 375 केस
ओमाइक्रॉन पर दुनिया क्या कह रही है?
- WHO- ओमाइक्रॉन दुनिया के लिए बड़ा ख़तरा
- द. अफ्रीकी सरकार- ओमाइक्रॉन ने हमें हैरान कर दिया है
- सौम्या स्वामीनाथ चीफ साइंटिस्ट, WHO- मास्क, वैक्सीन, ओमाइक्रॉन से बचाएगा
- डॉ. एंथनी फाउची, संक्रामक रोग प्रमुख, US- नया वेरिएंट नए खतरे का संकेत
ओमाइक्रोन के खतरे के बीच आज संसद में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा है कि विपक्ष इस पर राजनीति ना करे। साथ ही मांडविया ने बताया कि किस तरह से कोरोना को लेकर केंद्र सरकार काफी सजग है।