नई दिल्ली: इन दिनों मोटापा पूरी दुनिया में एक गंभीर समस्या बना हुआ है। वजन बढ़ाना तो बेहद आसान होता है लेकिन इसे कम करने के लिए क्या-क्या जतन नहीं करना होता है। इसे कम करने के लिए घरेलू नुस्खों से लेकर आप कई चीजों को फॉलो करते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे ही आसान टिप्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें अपनाकर मोटापा कम किया जा सकता है। साथ ही वजन को संतुलित और सेहत को दुरुस्त किया जा सकता है।
सुबह उठकर बॉडी को करें हाइड्रेट
रातभर आपकी बॉडी डिहाइड्रेट रहती है। इस दौरान आपके बॉडी से पानी की मात्रा लगातार कम होती है। मोटापा कम करने में पानी का अहम योगदान होता है। यह विभिन्न पोषक तत्वों को आपके खून तक पहुंचाता है। यह आपकी बॉडी के सभी ऑर्गन को सुचारू रूप से काम करने में मदद करता है। पानी में कैलोरी, फैट, कार्बोहाइड्रेट नहीं होते हैं। यह आपकी बॉडी को मेटाबोलाइज करने में मदद करता है।
यह किडनी और लिवर को भी एकदम हेल्दी रखता है। लिवर का काम आपकी बॉडी में जमा हुए फैट को मेटाबोलाइज करना होता है। यदि आप पानी कम पीते हैं, तो किडनी अपने हिस्से के काम को लिवर पर डाल देती है, ऐसी स्थिति में लिवर फैट को मेटाबोलाइज नहीं कर पता। यानि वह एनर्जी के तौर पर फैट का इस्तेमाल नहीं कर पता है। रोजाना सुबह उठकर कम से कम 4 से पांच ग्लास पानी पीने की आदत डाल ले।
एक्सरसाइज से पहले कैफीन का सेवन?
मार्केट में फैट लॉस के जितने भी सप्लीमेंट्स बिकते हैं, अमूमन उन सभी में कैफीन होता है। मोटापा कम करने में कैफीन महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। यह आपके सेंट्रल नर्वस सिस्टम (सीएनएस) को और ज्यादा अलर्ट कर देता है। इस दौरान आपकी बॉडी सामान्य स्थिति के मुकाबले एक्सरसाइज को ज्यादात बेहतर तरीके से कर पाती है। यह सीएनएस को कोशिकाओं में जमा फैट को एनर्जी के तौर पर बर्न करने का सिग्नल देता है। यह इसका प्रमुख कार्य होता है। इस स्थिति में आपकी बॉडी फ्यूल के तौर पर फैट टिश्यूज को बर्न करना शुरू कर देती है।
एक्सरसाइज से 15 मिनट पहले 1 कप हल्का गुनगुना ब्लैक कॉफी पीना चाहिए। कैफीन बॉडी मेटाबोलिक रेट (बीएमआर) को बढ़ा देती है। साथ ही यह रेस्टिंग मेटाबोलिक रेट (आरएमआर) को भी बढ़ाने में सहायक होता । आरएमआर एक ऐसी अवस्था है, जब आराम करते वक्त आपकी बॉडी एनर्जी के तौर पर कितनी कैलोरी बर्न करती है। इसका मतलब यह हुआ कि आराम करते वक्त भी आपकी बॉडी ज्यादा कैलोरी बर्न कर रही है।
हरी पत्तेदार सब्जियां जरूर खाएं
मोटापा कम करने में हरी पत्तेदार सब्जियां बेहद अहम हैं। वेट लॉस में आपको ज्यादा से ज्यादा हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना चाहिए। इसमें विभिन्न पोषक तत्व होते हैं, जिनकी हमारी बॉडी को आवश्यकता होती है। प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट के अलावा विटामिन्स, कैल्शियम, जिंक जैसे माइक्रोन्यूट्रिएंट्स फैट लॉस यानी वेट लॉस में बेहद ही जरूरी होते हैं। हरी सब्जियों में कैलोरी बेहद ही कम मात्रा में होती हैं। फैट लॉस के दौरान इनका सेवन करने से आपको ज्यादा भूख का भी अहसास नहीं होगा और आपका कैलोरी कंज्मशन भी कम होगा। आपको ज्यादा से ज्यादा उन्हीं चीजों का सेवन करना है जिसमें कम कैलोरी कंज्मशन होता है।
एक्सरसाइज को हर्गिज न भूलें
आपके लिए यह जानना बेहद ही जरूरी है कि आप कितनी कैलोरी रोजना कंज्यूम कर रहे हैं और बर्न कितनी कर रहे हैं। दोनों में संतुलन बेहद ही जरूरी है। अगर आप ज्यादा कैलोरी ज्यादा कंज्यूम कर रहे हैं और बर्न कम कर रहे हैं, तो जाहिर सी बात है कि आपकी बॉडी में मोटापा बढ़ेगा। फैट लॉस करते वक्त आप अमूमन जितनी कैलोरी कंज्यूम करते हैं, उसमें से आपको 500 कैलोरी कम करनी यानी बर्न करनी होती हैं।
उदाहरण के तौर पर जैसे ही आप कैलोरी कंज्मशन कम करेंगे, तो आपकी बॉडी में फैट के रूप में इक्कट्ठा कैलोरी को आपकी बॉडी एनर्जी के तौर पर बर्न करना शुरू करेगी। ऐसी स्थिति में ही आप फैट लॉस कर पाएंगे। यानी इसका सीधा फंडा हुआ कि आपको कैलोरी गेन से ज्यादा उसे बर्न करना है। कैलोरी गेन ज्यादा हुआ और उसकी बर्निंग कम हुई तो मोटापा बढ़ता जाएगा। इसलिए कैलोरी गेन से ज्यादा आपको हर हाल में इसे रोजाना बर्न करना है, खर्च करना है। कैलोरी जमा होने का मतलब मोटापे का बढ़ना।
(हेल्थ के लिए डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)