- तरल पदार्थ का सेवन मलेरिया के मरीज के लिए जरूरी है।
- विटामिन सी से भरपूर चीजें मलेरिया में लाभकारी हैं।
- आसपास गंदगी और गंदा पानी जमा न होने दें।
बारिश के मौसम में मच्छरों का आतंक भी बढ़ जाता है। मच्छरों के काटने से मलेरिया होता है। आज भी अगर किसी को मलेरिया हो जाए, तो लोग डर जाते हैं, लेकिन पहले से कुछ बातों का अगर ध्यान रखा जाए, तो मलेरिया से बचा जा सकता है।
घर के आसपास रखें सफाई: मलेरिया से बचना है, तो सबसे पहले सफाई अभियान शुरू करें। अपने घर के आसपास खाली जगह को साफ-सुथरा रखें. सफाई से आसपास मच्छरों का बसेरा नहीं होगा।
कूलर के पानी की सफाई: गर्मी से राहत पाने के लिए घरों में कूलर का इस्तेमाल किया जाता है। कूलर से ठंडी हवा आए, इसके लिए उसमें पानी भरा जाता है, लेकिन लोग उस पानी को हफ्तों साफ नहीं करते। यही मच्छरों की पसंदीदा जगह है। हफ्ते में एक बार कूलर के पानी को गिराकर अच्छी तरह से सफाई करें।
टायर या बर्तन में पानी न जमा होने दें: अगर आपके घर के लॉन में गाड़ियों के टायर सजावट के तौर पर पड़े हैं और उनमें बरसात का पानी जमा है, तो उसकी सफाई करें। इस जमे हुए पानी में मलेरिया के मच्छर पनपते हैं।
मलेरिया से बचने के घरेलू उपाय
मलेरिया होने पर घबराने की बजाय इन घरेलू उपायों को अपनाएं और मलेरिया से बचें।
- कोरोना काल में गिलोय का सेवन प्रचुर मात्रा में हो रहा है। ये मलेरिया में भी फायदा कर रहा है। अगर आपको मलेरिया हो गया है तो आप गिलोय के काढ़े का सेवन करके इससे बच सकते हैं। दिन में 3-4 कप गिलोय का काढ़ा पीने से आपको रहत मिलेगी।
- विटामिन सी से भरे फलों का सेवन करना भी मलेरिया में लाभप्रद होता है। इससे मलेरिया के रोगियों को राहत मिलती है।
- पोषक तत्वों से भरपूर अमरुद खाने से भी मलेरिया में लाभ मिलता है।
- 8-10 तुलसी के पत्ते और 7-8 कालीमिर्च के दाने को पीसकर शहद में मिलाकर चाटने से मलेरिया का बुखार कम होता है।
- सेब पर कालीमिर्च का पाउडर और सेंधा नमक मिलाकर खाने से लाभ मिलता है।
- मलेरिया में जितना हो सके तरल पदार्थों का सेवन करें। इसके साथ ही पतली खिचड़ी, दलिया आदि लाभकारी होगी।
वैसे घरेलू उपाय करना उचित है, लेकिन इसके साथ सही चिकित्सा भी जरूरी है। इसलिए कुछ भी परेशानी होने पर डॉक्टर से संपर्क करें। लापरवाही बरतने की कोशिश न करें।