- मंकीपॉक्स किसी भी इंसान को अपनी चपेट में ले सकता है
- इस समूह के वायरस म्यूटेंट नहीं होते हैं और वे काफी स्थिर होते हैं
- इसके मामलों में सबसे हालिया वृद्धि उन पुरुषों में पाई गई है जो अन्य पुरुषों के साथ यौन संबंध रखते हैं
Monkeypox Virus Infection: दुनिया कोरोना जैसे महामारी से अब भी जूझ रही है। इस बीच अब मंकीपॉक्स वायरस के मौजूदा प्रकोप से चिंता बढ़ गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि मंकीपॉक्स वायरस का मौजूदा प्रकोप मुख्य रूप से पुरुषों में सेक्स के जरिए फैल रहा है। पहली बार ब्रिटेन में 7 मई को सामने आया मंकीपॉक्स अब तेजी से एक दर्जन से अधिक देशों में फैल चुका है। इसके लगभग 200 पुष्ट और संदिग्ध मामले सामने आ चुके हैं। हालांकि अब तक किसी भी संबंधित मौत की सूचना नहीं मिली है।
डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी दी है कि निगरानी बढ़ाने पर भी संक्रमण अधिक देशों में फैलने की संभावना है। इसने आगे कहा कि मंकीपॉक्स के पुष्ट और संदिग्ध मामलों की पहचान, जिसका किसी स्थानिक क्षेत्र से कोई सीधा संबंध नहीं है, 'एक अत्यधिक असामान्य घटना प्रतीत होती है'। डब्ल्यूएचओ के चेचक अनुसंधान (स्मॉलपॉक्स रिसर्च) को चलाने वाले रोसमंड लुईस ने स्वास्थ्य निकाय के सोशल मीडिया चैनलों पर सवालों का जवाब देते हुए लाइव स्ट्रीम में कहा, "हमने पिछले पांच वर्षों में यूरोप में कुछ मामलों को केवल यात्रियों में देखा है, लेकिन यह पहली बार है जब हम कई देशों में एक ही समय में ऐसे लोगों के मामले देख रहे हैं जिन्होंने अफ्रीका में स्थानिक क्षेत्रों की यात्रा नहीं की है।"
रिपोर्ट में आई नई जानकारी, WHO ने किया आगाह
- वायरस स्वयं यौन संचारित संक्रमण नहीं है, जो आम तौर पर वीर्य और योनि तरल पदार्थ के माध्यम से फैलता है।
- इसके मामलों में सबसे हालिया वृद्धि उन पुरुषों में पाई गई है जो अन्य पुरुषों के साथ यौन संबंध रखते हैं।
- मंकीपॉक्स किसी भी इंसान को अपनी चपेट में ले सकता है।
- मंकीपॉक्स को पहले भी यौन संचारित संक्रमण के रूप में वर्णित नहीं किया गया है, लेकिन यह सेक्स के दौरान सीधे संपर्क में आने से जरूर फैल सकता है।
- कई लोगों से यौन संबंध रखने वाले व्यक्ति से यौन गतिविधियों के दौरान इसकी संभावना अधिक हो जाती है।
- मंकीपॉक्स लोगों के बीच आसानी से नहीं फैलता है और विशेषज्ञों का कहना है कि यह खतरा कोरोनावायरस महामारी से तुलनीय नहीं है।
- डब्ल्यूएचओ ने कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि मंकीपॉक्स वायरस उत्परिवर्तित (म्यूटेंट) हुआ है।
- इस समूह के वायरस म्यूटेंट नहीं होते हैं और वे काफी स्थिर होते हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, स्पेन, पुर्तगाल, जर्मनी, बेल्जियम, इटली, नीदरलैंड, फ्रांस और स्वीडन सहित 12 देशों में मंकीपॉक्स के मामलों की पुष्टि की है।इन मामलों में उन 21 देशों को शामिल नहीं किया गया है जहां इस बीमारी को सभी पश्चिम और मध्य अफ्रीका में स्थानिक माना जाता है। चेचक के वायरस का करीबी समझा जाने वाला वायरस मंकीपॉक्स एक दुर्लभ बीमारी है जिसे ब्रिटेन स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी ने उच्च परिणाम संक्रामक रोग (एचसीआईडी) के रूप में वर्गीकृत किया है।
वर्तमान में मंकीपॉक्स के लिए कोई अधिकृत उपचार नहीं है और इसके संक्रामण की अवधि पर आंकड़े सीमित हैं, वहीं संक्रमण के प्रसार की अवधि पांच से 21 दिनों तक है।यह संक्रमण अफ्रीका के मध्य और पश्चिमी अफ्रीका में आम हैं। यह जानवर से इंसान में और इंसान से इंसान में फैलता है। (एजेंसी इनपुट के साथ)