- मानसून में बीमारियां तेजी से फैलती हैं
- कुछ चीजों को भिगो कर खाने से आपकी इम्यूनिटी पावर बढ़ती है
- इम्यूनिटी पावर से आपको बीमारी से लड़ने की शक्ति मिलती है
घर में नट्स, दाने या अनाज जैसी कई चीजें हैं, जिन्हें भीगा कर खाने से एनर्जी ही नहीं इम्यूनिटी भी बढ़ती है। ये फूड इम्यूनिटी के पावरहाउस माने जाते हैं। इन चीजों को वैसे तो हमेशा ही खाना चाहिए, लेकिन बरसात में इन्हें खाना बेहद जरूरी है। ऐसा इसलिए क्योंकि इम्यून सिस्टम इन दिनों कमजोर हो जाता है। तमाम तरह के वायरस, बैक्टिरया आदि के कारण इम्यून सिस्टम पर प्रेशर पड़ता है। यही कारण है कि जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है, उन्हें बीमारियां जल्दी पकड़ती हैं।
डेंगू, चिकनगुनिया जैसी गंभीर और सामान्य दिखने वाली डायरिया, सर्दी-जुकाम, एलर्जी आदि का कारण भी इम्यून सिस्टम का कमजोर होना होता है। यदि इम्यूनिटी मजबूत हो तो डेंगू, चिकनगुनिया और डायरिया आदि से आसानी से घर पर ही निपटा जा सकता है। तो आइए बताते हैं कि बरसात में वो कौन सी चीजें हैं जिन्हें भीगाने के बाद जरूर खाना चाहिए।
इस वजह से चीजों को भिगो कर खाएं
जिन चीजों को भी कच्चा खाया जाता है उन्हें दो या चार घंटे नहीं बल्कि पूरी रात भीगा कर ही खाना चाहिए। ऐसा करने के पीछे दो वजह हैं। एक तो जिन्हें इनके छिलको के कारण गैस की समस्या होती है, वह उसे हटा कर खा सकते हैं। दूसरा, भीगने के बाद ये पचने में बेहद आसान हो जाते हैं। तो इन चीजों को भिगोने के बाद खाना आज से शुरू करें।
मेथी दाना: ये फाइबर और कई विटामिन्स के साथ मिनिरल्स से भरा होता है। दो चम्मच मेथी दाना खाना भर से आपके कई पोषक तत्वों की कमी दूर हो जाती है। इसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, आयरन, कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नेशियम, कॉपर, मैगनीज और जिंक के साथ ही विटामिन B6, विटामिन A, विटामिन C, फोलिक एसिड, थायमिन, राइबोफ्लेविन तथा नियासिन होता है। भीगी मेथी आंतों को साफ करती है और शरीर को डिटॉक्स करती है। इससे इम्यून सिस्टम बेहतर होता है। साथ ही ये कब्ज, डायबिटीज और पीरियड्स में होने वाले दर्द को कभी कम करता है।
खसखस: फोलेट, थियामिन और पैंटोथेनिक एसिड से भरा खसखस केवल खाने का ही स्वाद नहीं बढ़ाता, बल्कि ये सेहत के लिए भी उतना ही अच्छा सबित होता है, जब इसे भीगा कर खाया जाता है। खसखस में विटामिन बी सबसे ज्यादा होता है और ये मेटाबॉलिज्म रेट को बढ़ा कर वेट लॉस करने के साथ इम्युनिटी बूस्टर की तरह भी काम करता है।
मुन्नका: मुन्नका का प्रयोग आयुर्वेदिक औषधि के रूप में प्राचीन काल से होता आया है। ये पुरुषत्व बढ़ाने के साथ इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाता है। इसमें मौजूद मैग्नीशियम, पोटेशियम और आयरन शरीर को मजबूती देते हैं। एनिमिया, स्टोन और कब्ज आदि में इसे खाना बेहद फायदेमंद होता है।
बादाम: चार बादाम अगर भीगो कर खा लिए जाएं तो ये किसी पावरहाउस की तरह शरीर को शक्ति देता है। विटामिन और मिनरल्स से भरे बादाम में विटामिन ई, जिंक, कैल्शियम, मैग्नीशियम और ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है। ये सब इम्यून सिस्टम के लिए बहुत जरूरी है।
अलसी: ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरा अलसी किसी दवा से कम नहीं है। इसे लेना केवल शरीर ही नहीं, बल्कि शरीर की नसों तक को खोलने का काम करता है। अलसी न्यूरो-डिजनरेटिव बीमारियों के साथ ही कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने वाला होता है।
हरा मूंग और काला चना: प्रोटीन, फाइबर और विटामिन बी से भरे मूंग और चने में पोटेशियम और मैग्नेशियम भी खूब होता है। यही कारण है कि ये आंतों को साफ रखते हैं जिससे शरीर के अशुद्ध तत्व बाहर निकल जाते हैं और किडनी के फिल्टरेशन पर जोर नहीं पड़ता। इससे इम्यून भी मजबूत होता है। कब्ज, हाई बीपी, वेट लॉस में भी ये बेहद कारगर हैं।
किशमिश: एंटीऑक्सीडेंट से भरी किशमिश को अगर रात भर भीगोने के बाद खाया जाए तो इसके पोषक तत्व बढ़ जाते हैं। आयरन से भरी किशमिश एनिमिया रोगियों के साथ उन्हें भी लेना चाहिए जिनके प्लेटलेट्स कम हो।
खान-पान के गलत तरीके बीमार करते हैं तो खानपान के सही तरीके बीमारियों को ठीक करने का काम भी करते हैं। इसलिए अपने खानपान में सुधार कर बीमारियों से खुद का बचाव करें।
डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता।
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