- फ्रांस में कोरोना के नए वेरिएंट आईएचयू ने दिया दस्तक
- डेल्टा और ओमीक्रोन से कई गुना है अधिक खतरनाक
- कोरोना के कुल मरीजों में लगभग 80 प्रतिशत लोग ओमीक्रोन से ग्रस्त
कोरोना की पहली और दूसरी लहर के बाद देश का हाल बेहाल हो चुका है, बीते दिन लाखों लोग इस भयावह महामारी के चपेट में आए और हजारो लोग अपनी जान गंवा बैठे हैं। वहीं दूसरी लहर की समाप्ति के बाद तीसरी लहर ने दस्तक दे दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 90928 मामले सामने आए हैं। कोरोना के कुल मरीजों में लगभग 80 प्रतिशत लोग ओमीक्रोन से ग्रस्त हैं।
वहीं इस बीच कोरोना के नए वेरिएंट ने लोगों की चिंता और भी बढ़ा दी है। ओमीक्रोन के बाद फ्रांस के वैज्ञानिकों ने कोरोना के एक नए वेरिएंट आईएचयू (IHU) का पता लगाया है। शोधकर्ताओं का कहना है कि यह ओमीक्रोन से कई गुना अधिक खतरनाक है, इसमें 46 म्यूटेशन होते हैं और वैक्सीनेशन का इस पर कोई असर नहीं होता। आपको बता दें फ्रांस के मार्सिल शहर में आईएचयू मेडिटेरेनी इनफेक्शन इंस्टिट्यूट सेंटर के शोधकर्ताओं ने 12 लोगों में इस नए वेरिएंट की पुष्टी की है। वैज्ञानिकों ने इसे B.1.1640 का नाम दिया है। ऐसे में इस लेख के माध्यम से आइए जानते हैं ओमीक्रोन और डेल्टा वेरिएंट से कितना खतरनाक है आईएचयू और क्या हैं इसके लक्षण।
Omicron की दहशत के बीच फ्रांस में मिला कोरोना वायरस का नया वैरिएंट IHU, बड़ी तबाही की आशंका
सबसे पहले फेफड़ों को करता है संक्रमित
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने अभी इसे जांच के दायरे में रखा है, ये कितना घातक है अभी इसकी पुष्टी नहीं की गई है। वहीं फ्रांस के शोधकर्ताओं के अनुसार यह डेल्टा और ओमीक्रोन से कई गुना अधिक खतरनाक है तथा ओमीक्रॉन से अधिक संक्रामक है और वैक्सीन का इसपर कोई असर नहीं होता। हालांकि अभी यह फ्रांस की सीमा से बाहर नहीं फैला है। आईएचयू मेडिटेरेनी इनफेक्शन डिपार्टमेंट के प्रमुख प्रोफेसर फिलिप कोलसन ने पिछले महीने ऑनलाइन पोस्ट कर इस वेरिएंट की जानकारी दी थी, लेकिन अभी इसे मेडिकल जर्नल में प्रकाशित नहीं किया गया है। कोलसन द्वारा साझा की गई जानकारी के मुताबिक यह सबसे पहले फेफड़ों को संक्रमित करता है। आइए जानते हैं इसके लक्षण।
क्या है कोविड टो, खांसी-बुखार से हटकर सामने आया ओमीक्रॉन का ये लक्षण, रहें अलर्ट
आईएचयू के लक्षण
29 दिसंबर 2021 को प्रीप्रिंट रिपोजिटरी में प्रकाशित एक पोस्ट के मुताबिक आईएचयू में 46 म्यूटेशन होता है और इसके 37 डिलिटेशन हैं, जिससे 30 अमीनो एसिड सब्स्टिट्यूशन और 12 डिलिटेशन हैं। शोधकर्ताओं के अनुसार इसके शुरुआती लक्षण डेल्टा और ओमीक्रोन वेरिएंट की तरह हैं, लेकिन यह फेफड़ों को जल्दी संक्रमित करता है। बता दें फ्रांस के मार्सिल शहर में आईसीएयू में भर्ती होने वालों की संख्या अधिक है।
कोवैक्सिन लेने के बाद पैरासिटामोल या पेन किलर न लें, भारत बायोटेक ने दी सलाह
यूएस एपिडेमायोलॉजिस्ट और हेल्थ इकोनॉमिस्ट एरिक फिगल डिंग ने अपने ट्वीट में आईएचयू को लेकर चिंता जाहिर की है। ट्वीट कर उन्होंने बताया कि कोरोना के नए वेरिएंट लगातार सामने आ रहे हैं, लेकिन यह जरूरी नहीं की सभी खतरनाक होंगे। हालांकि उन्होंने कुछ आंकड़ो की तरफ इशारा करते हुए इसे अधिक खतरनाक और संक्रामक बताया है।