नई दिल्ली. बीते पूरे साल हेल्थ की अनदेखी करते हुए आपने जितने भी गलत काम किए है वह नए साल से छोड़ने का संकल्प ले रहें तो रुक जाएं। हेल्थ के लिए संकल्प लेने से पहले आपको कुछ बातें जानना जरूरी है। हेल्थ के लिए लिया गया संकल्प तभी काम करेगा जब आपने इसे अपने बॉडी की जरूरत और उम्र के मुताबिक लिया हो।
नए साल आते ही फिटनेस को लेकर बड़े-बड़े संकल्प बनाना और संकल्प लेना आसान होता है लेकिन जब उसे पूरा करने के बारी आती है तो एक दो दिन बाद हवा निकल जाती है। इसलिए जरूरी है कि आप अपने हिसाब से फिटनेस को
कस्टमाइज करें। जिम जाने से पहले अपने हेल्थ और बॉडी टाइप को समझें और तब संकल्प लें। तो आइए जानते हैं एज के हिसाब से आप किस तरह के फिटनेस रिजॉल्यूशन ले सकते हैं।
याद रखिए हर किसी के लिए कम से कम 45 मिनट एक्सरसाइज करना जरूरी है। भले ही आप टहले, दौड़ें या कोई अन्य एक्सरसाइज करें। उम्र के हिसाब से एक्सरसाइज इसलिए भी जरूरी है क्योंकि बॉडी कि वर्किंग केपेसिटी हमेशा एक सी नहीं होती। इसलिए इस बात का ध्यान जरूर रखें।
यंगस्ट ऐसा लें फिटनेस रिजॉल्यूशन
युवाओं के लिए कार्डियो एक्सरसाइज करने का प्रण आवश्यक है। इस अवस्था में कार्डियो व्यायाम बहुत आवश्यक है, खासकर जिनको मोटापे की शिकायत हो। मोटापे से कई अन्य रोगों का भी खतरा बढ़ जाता है, जैसे कोलेस्ट्रॉल बढ़ना,
हृदय संबंधी रोग, शरीर के हिस्सों में दर्द आदि। कार्डियो एक्सरसाइज से इन रोगों से बचे रहने में मदद मिलती है।
टीनएजर्स के लिए रिजॉल्यूशन
आजकल जिम की ओर किशोरों का भी काफी रुझान है। किशोरों में उत्साह होता है और वह कई बार जिम से संबंधित ऐसे कदम उठा लेते हैं, जो उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। इनमें से एक है सप्लिमेंट्स का सेवन। इसलिए जो
किशोर जिम जा रहे हैं, उनके लिए यह प्रण बेहद आवश्यक है कि सप्लिमेंट्स का सेवन बिल्कुल न करें, बल्कि अच्छी डाइट यानी पौष्टिक आहार लें। शरीर की खुराक को भोजन से पूरा करें।
फीमेल्स का रिजॉल्यूशन कुछ ऐसा हो
फीमेल्स के लिए ज़रूरी है कि वो अपनी फिटनेस को लेकर गंभीर हो। हार्मोनल दिक्कत सबसे ज्यादा फीमेल्स को होतीहै। यही कारन है की उन पर मोटापा तेज़ी से चढ़ता है। लेकिन एक्सरसाइज़ के जरिये वो इसे कण्ट्रोल कर सकती हैं। कार्डियो एक्सरसाइज़ के साथ ही योग, साइकिलिंग और प्राणायाम का संकल्प फीमेल्स को नाए साल में ज़रूर लें। विटामिन और हाई प्रोटीन डाइट लेना ज़रूरी है।
ओल्ड एज़ वाले ऐसा लें रिजॉल्यूशन
50 वर्ष से अधिक उम्र वालों को एक दिन में कम से कम आधे घंटे की सैर का प्रण जरूर लेना चाहिए। इससे उनकी मांसपेशियां अकड़ेंगी नहीं और कोलेस्ट्रॉल को भी बढ़ने से रोकने में सहायता मिलेगी। ब्रिस्क वॉक करें तो बेहतर है।
रोग-प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने के लिए
सर्दियों के मौसम में जिम जाने में लापरवाही न करें। इस मौसम में भी हफ्ते में कम से कम चार दिन वर्कआउट करने का रेजोल्यूशन लें, क्योंकि ज्यादा सर्दी के मौसम में डिहाइड्रेशन जैसी समस्याओं की आशंका कम ही रहती है। ऐसे में वर्कआउट करने में आसानी रहती है। साथ ही इस मौसम में हमारा खून वर्कआउट की सहायता से पतला हो जाता है। इस तरह इस मौसम में व्यायाम करके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत किया जा सकता है, जिसका हमें
गर्मियों के मौसम में भी भरपूर लाभ पहुंचता है।
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