- लॉकडाउन में इन योग को करने से पेट रहता है अच्छा।
- अपच, गैस और एसिडीटी में योग आता है काम।
- लॉकडाउन पीरियड में चार ऐसे योग हैं जिसे हर किसी को जरूर करना चाहिए।
खाने पीने का सिस्टम बिगड़ने और अनियमित तरीके से खाने से पेट की बीमारियों में इजाफा हो रहा है। कोरोना वायरस की महामारी से बचने के लिए पूरा देश इस समय लॉकडाउन है। ऐसे में घर पर बैठे-बैठे खाने से पाचन क्षमता पर तेजी से असर पड़ने लगा है।
अपच, गैस, बदहजमी और पेट फूलने जैसी बीमारियां लोगों को परेशान करने लगी हैं। ऐसे जरूरी हो गया है कि कुछ ऐसे योगासन किए जाए जिससे पेट की समस्याएं दूर हो सके।
पेट की पाचन क्षमता भी बेहतर हो जिससे वेट बढ़ने या पेट फूलने की दिक्कत न होने पाए। लॉकडाउन पीरियड में चार ऐसे योग हैं जिसे हर किसी को जरूर करना चाहिए।
योग के ये आसन लॉकडाउन में हो रही पेट की समस्या का सबसे बेहतर इलाज हैं
मत्स्यासन
मत्स्यासन के लिए दण्डासन अवस्था में बैठ जाएं। अब अपने दाएं पैर को बाएं पैर पर रखें और अपनी कमर को एकदम सीधा रखें। इसके बाद अपने हाथों के सहारे आप पीछे की ओर कोहनियां टिका कर लेट जाएं।
इसके बाद अपनी पीठ और छाती को ऊपर की ओर ले जाएं और घुटनों को जमीन पर टिकाकर रखें। अपने हाथों से पैर के अंगूठे पकड़ें और लंबी सांस लेते रहें। याद रखे की कोहनी जमीन पर टिकी रहे।
आसन के लाभ : इस योगासन से शरीर की थकान दूर होती है और साथ ही ये पेट की सूजन को भी कम करता है। मत्स्यासन के अभ्यास से पेडू में उत्तेजना आती है, जिससे पेट की गैस, सूजन और अपच जैसी आम समस्याएं भी दूर हो जाती हैं।
कपालभाति प्राणायाम
कपालभाति प्राणायाम करना न केवल आपके पूरे शरीर के लिए एक सबसे अच्छा योग है बल्कि इससे पेट से जुड़ी समस्याएं भी दूर होती हैं। सिद्धासन, पद्मासन या वज्रासन में बैठ जाएं या सामान्य तरीके से पलथे कर बैठें और गहरी सांस लेकर उसे अपनी छाती में भरें और झटके से पूरी सांस बाहर निकाल दें और पेट को अंदर की ओर खींच लें।
प्राणायाम से लाभ : कपालभाति प्राणायाम करने पेट पर जमा चर्बी भी कम होती है वायु विकार और अन्य दिक्कतें भी दूर होती हैं।
धनुरासन
धनुरासन के लिए पेट के बल लेट जाएं। इसके बाद घुटनों को मोड़कर कमर के पास ले जाएं और अपने तलवों को दोनों हाथों से पकड़ लें। सांस अंदर की ओर लेते हुए छाती को जमीन से ऊपर उठाएं और पैरों को आगे की ओर खीचते हुए सामने देखें। धीरे-धीरे इसका अभ्यास करें। 15-20 सेकेंड बाद सांस छोड़ते हुए अपने पैर और छाती को धीरे-धीरे जमीन की ओर लाएं।
इस आसन का लाभ : धनुरासन पेट की हर समस्या का एक बेहतरीन इलाज है। इससे पेट की सूजन, कब्ज, पीठ दर्द, मासिकधर्म और थकान और किसी भी तरह की समस्या दूर हो सकती है। इस आसन से पेट के साथ ही सीना, जांघ और गला आदि से जुड़े रोग भी दूर होते हैं।
व्रजासन
पाचन शक्ति यदि कमजोर लग रही हो तो आपको इस आसन को जरूर करना चाहिए। साथ ही ये आसन खाना खाने के बाद करना चाहिए। आसन के लिए घुटनों को मोड़कर इस तरह से बैठें कि नितंब दोनों एड़ियों के बीच में आ जाएं। दोनों पैरों के अंगूठे आपस में मिले रहें और एड़ियों में अंतर भी बना रहे। दोनों हाथों को घुटनों पर रखें। शरीर सीधा रखें।
आसन के लाभ : इस आसन का पांच मिनट करना ही बहुत लाभकारी होता है। इस आसन को कभी भी किया जा सकता है। इससे अपच, गैस या पाचन की कमी सब दूर हो जाते हैं।