

- शुगर लेवल को कंट्रोल करता है सदाबहार
- सदाबहार की पत्तियों को कच्चा भी चबा सकते हैं
- इस तरह से किया जाता है फूल का सेवन
Benefits of Sadabahar Flower: खराब खान-पान और बिजी लाइफस्टाइल की वजह से आजकल डायबिटीज की समस्या आम हो गई है। डायबिटीज में बढ़ता ब्लड शुगर चिंता का विषय हो सकता है। ऐसे में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करना बेहद जरूरी होता है। ब्लड शुगर कंट्रोल करने में सदाबहार का फूल काफी फायदेमंद होता है। ये एक ऐसा फूल है, जो पूरे साल खिलता है।
सदाबहार के फूल में एल्कलॉइड होता है, जो इंसुलिन बनाने में सहायक होता है। इंसुलिन के बनने से ही ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल होता है और डायबिटीज की समस्या में आराम मिलता है। चलिए जानते हैं सदाबहार का फूल डायबिटीज में कैसे फायदेमंद है-
शुगर लेवल को कैसे कंट्रोल करता है सदाबहार
आयुर्वेद में सदाबहार को एक कारगर औषधि माना गया है, जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने, गले में खराश और मलेरिया को दूर करने में कारगर होती है। दरअसल, सदाबहार के फूल और पत्तियों में एल्कलॉइड नामक तत्व होता है, जो इंसुलिन बनाने में सहायक होता है। इंसुलिन ब्लड में शुगर की मात्रा को बढ़ने से रोकता है, जिससे डायबिटीज कंट्रोल होती है।
सदाबहार के अन्य फायदे
डायबिटीज के अलावा सदाबहार के फूल गले की खराश को दूर करने, ल्यूकेमिया और मलेरिया से राहत दिलाने में काफी कारगर होता है। आयुर्वेद में लंबे समय से सदाबहार के फूल का प्रयोग किया जा रहा है। इसके अलावा चीनी दवाओं में भी सदाबहार का इस्तेमाल किया जाता है।
सदाबहार के फूल के सेवन का तरीका
सदाबहार के फूल की 10 पत्तियों को चबाकर खाना डायबिटीज में काफी फायदेमंद होता है। दिन में तीन बार पत्तियां खाने से ब्लड शुगर लेवल जल्दी कंट्रोल हो जाता है। इसके अलावा करेले के साथ इसकी पत्तियों का भी जूस बनाकर पी सकते हैं। इसके अलावा सदाबहार की पत्तियों को गर्म पानी में उबालकर इसका काढ़ा भी बना सकते हैं।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)