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क्या डायबिटीज के मरीजों के लिए नुकसानदायक हैं डेयरी उत्पाद? जानें क्या कहती है रिसर्च

Representative Image (Image- iStock)
Updated Nov 14, 2021 | 07:48 IST

डायबिटीज का नाम सुनते ही सबसे पहले चीनी से बने खाद्य पदार्थ दिमाग में आता है। लेकिन इसके अलावा एक और खाद्य समूह है जो डायबिटीज का कारण बन सकता है। आइए जानते हैं।

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मुख्य बातें
  • क्या डायबिटीज के मरीजों को करना चाहिए डेयरी प्रोडक्ट्स से परहेज?
  • भारत में 2 करोड़ से अधिक लोग हैं डायबिटीज की समस्या से पीड़ित।
  • कम वसा वाले डेयरी उत्पाद का सेवन करने से डायबिटीज का खतरा होता है कम।

डायबिटीज एक ऐसी समस्या है जिसका कोई सटीक इलाज नहीं है। जिसका प्रभाव ना केवल बड़े- बूढ़ों में देखने को मिलता है बल्कि कई बार बच्चे भी इस समस्या से ग्रस्त हो जाते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2004 में डायबिटीज के मरीजों की संख्या करीब 12 करोड़ थी, जबकि साल 2015 में यह संख्या बढ़कर 45 करोड़ से अधिक हो गई। डायबिटीज एक दीर्घकालिक बीमारी है, जो खून में मौजूद ग्लूकोज का इस्तेमाल करने की शारीरिक क्षमता को प्रभावित करती है।

डायबिटीज का नाम सुनते ही सबसे पहले चीनी से बने खाद्य पदार्थ दिमाग में आते हैं, लेकिन इसके अलावा एक और खाद्य समूह है जो डायबिटीज का कारण बन सकता है। न्यूट्रिशन जनरल में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक डेयरी खाद्य पदार्थ डायबिटीज टाइप 2 से पीड़ित लोगों के लिए अधिक खतरनाक हो सकता है। ऐसे में इस लेख के माध्यम से आइए जानते हैं डायबिटीज से पीड़ित मरीजों को डेयरी उत्पाद का सेवन करना चाहिए या नहीं।

क्या कहती है रिसर्च

आपको बता दें डायबिटीज दो प्रकार की होती है, टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज। टाइप 1 डायबिटीज में इंसुलिन का बनना कम हो जाता है या फिर बंद हो जाता है, इसे काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। जबकि टाइप 2 डायबिटीज में ब्लड शुगर का लेवल बहुत तेजी से बढ़ जाता है, इसे नियंत्रित करना काफी मुश्किल होता है। इस स्थिति में रोगी को कई तरह की परेशानियां होती हैं। न्यूट्रिशन जनरल में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार 639 पुरुषों और महिलाओं का परीक्षण किया गया, जिन्हें पहले से ही डायबिटीज होने का खतरा था। नौ वर्षों बाद पाया गया कि इसमें 25 प्रतिशत लोग डायबिटीज टाइप 2 की समस्या से ग्रस्त थे। आइए जानते हैं डायरी उत्पाद डायबिटीज से पीड़ित मरीजो को कैसे प्रभावित करता है।

टाइप 2 डायबिटीज खतरे को कम करते हैं डेयरी उत्पाद

डेयर-रिच-इन फूड्स यानि डेयरी उत्पाद का अधिक सेवन करने वाले लोगों में टाइप 2 डायबिटीज का खतरा कम होता है। रिसर्च के मुताबिक जिन लोगों ने अपनी कुल डेयरी उत्पादों के खपत को प्रतिदिन आधे से अधिक कम कर दिया, उनमें टाइप 2 डायबिटीज होने की संभावना उन लोगों से अधिक थी जिन्होंने अपने डाइट प्लान में डेयरी उत्पादों का सेवन किया।

डायबिटीज मरीजो को पनीर खाना चाहिए या नहीं?
 
पनीर सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। लेकिन आपको बता दें पनीर का सेवन टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित मरीजों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। शोधकर्ताओं के अनुसार कम वसा वाले दूध से बने पनीर का सेवन करने से 66 प्रतिशत टाइप के मरीजों की वृद्धि हुई है। वहीं पनीर के स्थान पर दही का सेवन करने वाले लोगो में टाइप 2 का खतरा 47 प्रतिशत और बढ़ गया।

कम वसा वाले डेयरी उत्पाद का करें सेवन

कम वसा वाले डेयरी उत्पाद का सेवन करने से डायबिटीज का खतरा कम होता है। अध्ययन में पाया गया कि कम वसा वाले डेयरी उत्पाद का सेवन करने वाले लोगों में डायबिटीज टाइप 2 का खतरा कम होता है। ऐसे में अपनी डाइट में कम वसा वाले डेयरी उत्पादों को शामिल करें।