- अलग-अलग दालों में मौजूद पोषक तत्व एक साथ होते हैं, जो आपकी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है
- आप उन दालों का चुनाव करें जो सुपाच्य हो यानी जो जल्दी पच जाए
- रोजाना दालों को अपने आहार में शामिल करना सेहत के लिहाज से जरूरी होता है
नई दिल्ली: पूर्ण आहार या फिर कंपलीट डाइट की बात सामने आती है तो कोई भी पोषक थाली बिना दाल के पूरी नहीं हो सकती है। इसलिए आहार में और सेहत के लिए दालों का अपना अहम रोल है।
आहार चार्ट की बात करें तो इसमें दाल सबसे अहम होती है। दरअसल दाल प्रोटीन का सबसे बड़ा स्रोत होने के साथ पचने में हल्की होती है। एक कप दाल खाने से 18 ग्राम प्रोटीन प्राप्त होता है। दालों में भरपूर मात्रा में आयरन, मैग्नीशियम और जिंक पाया जाता है और हर रोज एक कप दाल खाने से आयरन की जरूरी मात्रा की पूर्ति हो जाती है।
दालों का सेवन बहुत गुणकारी
दालों का सेवन का सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि इससे आपके शरीर को अलग-अलग दालों में मौजूद पोषक तत्व एक साथ मिल जाते हैं, जो आपकी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। दाल आपके शरीर के वजन को बढ़ने से रोकती है और कफ, पित्त जैसी समस्याओं को दूर करती है। दाल रक्त के विकारों को दूर कर आपकी त्वचा को साफ बनाए रखने में मदद करती है।
दालें सेहत के लिए गुणकारी
मसूर की दाल पाचन के मामले में सुपाच्य और काफी पौष्टिक होती है। अरहर की दाल से आप डाइबिटीज 2, कैंसर, दिल की बीमारियों से बचे रह सकते हैं। दालें शरीर की इन्यूनिटी भी बढ़ाती है और इसके सेवन से आप सर्दी, गले की समस्याओं से भी बचे रह सकते हैं।
क्या दाल को रात में खाना चाहिए?
कुछ लोगों का यह कहना है रात को दाल खाने से वह हजम नहीं होता है और इससे पेट की समस्या होती है। दरअसल आयुर्वेद में भोजन से जुड़े नियमों को बनाने के लिए शरीर की प्रकृति यानि दोष को ही आधार बनाया जाता है। इसीलिए, जब आप भोजन करते हैं तो उससे आपके शरीर की प्रकृति भी प्रभावित होती है और कफ, वात या पित्त दोष बढ़ जाता है।
अरहर दाल, चने की दाल और मटर की दाल पचने में भारी होता है इसलिए रात को इन दालों के सेवन से परहेज करें। दूसरी तरफ आप रात में मूंग या उड़द दाल का सेवन कर सकते हैं जो पचने में आसान होती है। इसलिए रात के वक्त ना सिर्फ दाल बल्कि उन खाद्य पदार्थों को भी सेवन की मनाही होती है जो पचने में भारी होते है। इसलिए आप सुपाच्य दालों का चुनाव कर यह समस्या दूर कर सकते हैं।