- इंसान के शरीर में लगभग 70% पानी होता है
- पानी पीने से शरीर के अंदर मौजूद टॉक्सिंस निकल जाते हैं
- ज्यादा पानी पीने से शरीर को नुकसान पहुंचता है
नई दिल्ली : पानी के बिना इस धरती पर जीवन संभव नहीं है इसलिए पानी अनमोल है। हमारा शरीर लगभग 70% पानी से बना है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक हर एक इंसान को पानी नियमित रूप से पीना चाहिए ताकि ड्राइनेस और डिहाइड्रेशन जैसी परेशानी से बचा जा सके।
गर्मियों के मौसम में समय-समय पर पानी पीना जरूरी हो जाता है क्योंकि इस मौसम में हमारे शरीर में पानी की खपत ज्यादा होती है। पानी पीने से हमारे शरीर के अंदर मौजूद टॉक्सिक एलमिंट निकलते हैं और शरीर का तापमान नियंत्रित रहता है।
ज्यादा पानी पीना नुकसानदेह हो सकता है
पानी की वजह से हमारे शरीर को कई तरह के न्यूट्रिएंट्स मिलते है। लेकिन लोग इस बात से अनजान होते हैं कि ज्यादा पानी पीना सेहत के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है।कोशिकाओं और अंगों को पानी की आवश्यकता होती है ताकि वह ठीक से काम कर सकें लेकिन अगर कोई इंसान ज्यादा पानी पीता है तो इससे ओवरहाइड्रेशन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। कई बार ज्यादा पानी पीने से शरीर के अंदर सोडियम की कमी हो जाती है जो हमारी जान के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
कितना पानी है अत्यधिक?
स्वस्थ रहने के लिए पानी पीना आवश्यक है लेकिन ज्यादा पानी पीने से गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। इंसान के लिए कितना पानी अत्यधिक है इसका जवाब कई परिस्थितियों पर निर्भर करता है जैसे हेल्थ कंडीशन, आयु या रहन-सहन।
ज्यादा पानी पीने के साइड इफेक्ट्स
कम समय में 3 से 4 लीटर पानी पीने से हाइपोनेट्रिमिया जैसी परिस्थिति उत्पन्न हो सकती है जिसमें खून के अंदर सोडियम की मात्रा कम हो जाती है। ज्यादा पानी पीने से वाटर इंटॉक्सिकेशन जैसी समस्या भी पैदा हो सकती है जिसमें खून के अंदर सोडियम की मात्रा अत्यधिक स्तर पर कम हो जाती है।
क्या होता है जब सोडियम की मात्रा घटने लगती है?
सोडियम के बिना सेल के अंदर फ्लूइड अनियंत्रित हो जाता है जिससे हमारा दिमाग फूल सकता है। इस परिस्थिति में कोमा या मौत भी हो सकती है।
एक दिन में कितना पानी पीना माना जाता है सही?
हमारे शरीर की अंदरूनी प्रणाली को अच्छी तरह से काम करने के लिए दिन में दो से तीन लीटर पानी की आवश्यकता होती है। आमतौर पर रोजाना 12-16 ग्लास पानी एक व्यस्क को पीना चाहिए।