- बैक्टीरिया की वजह से हो सकती है यूटीआई की समस्या
- असुरक्षित यौन संबंधों से हो सकता है जेनिटल ट्रैक्ट इन्फेक्शन
- पीरियड्स के दौरान साफ-सफाई का खास ख्यान रखने की है जरूरत
Menstrual Hygiene: महिलाओं को पीरियड के दौरान कई तरह की सावधानियां बरतनी चाहिए, ताकि उन्हें किसी तरह का कोई इंफेक्शन न हो। दरअसल, पीरियड्स के दौरान साफ-सफाई न रखने की वजह से अक्सर महिलाओं को कई तरह के इंफेक्शन हो जाते हैं, जिनसे बचने के लिए स्वच्छता का ध्यान रखना जरूरी होता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स कहते हैं कि पीरियड्स के दौरान लंबे समय तक पैड के इस्तेमाल से बैक्टीरिया की समस्या हो जाती है, जो यूटीआई, यूजीटीआई और कई तरह की गंभीर समस्याओं का कारण बनती है। इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं पीरियड्स के दौरान असावधानी से होने वाली समस्याओं के बारे में-
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यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन
ये एक ऐसी समस्या है, जो पुरुषों की तुलना में महिलाओं में ज्यादा होती है। यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन यानी मूत्राशय का इंफेक्शन किडनी में फैलता है, दर्द और जलन होने की समस्या हो सकती है। ऐसे में पीरियड्स के दौरान साफ-सफाई रखना आवश्यक है।
जेनिटल ट्रैक्ट इन्फेक्शन
ये एक ऐसा इंफेक्शन है, जो सेक्शुएल रिलेशन की वजह से हो सकता है। वहीं, डिलीवरी के वक्त या गर्भपात होने की वजह से ये इंफेक्शन हो सकता है। मेडिकल की भाषा में इसे एंडोमेट्रैटिस या सल्पिंजाइटिस गर्भाशय में होने वाले बैक्टीरिया के तौर पर जाना जाता है।
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बैक्टीरियल वजाइनोसिस
जो महिलाएं प्रेग्नेंसी प्लान कर रही हैं, उनमें बैक्टीरियल वजाइनोसिस होने का खतरा काफी बढ़ जाता है। पीरियड्स के दौरान असुरक्षित सेक्शुएल रिलेशन इस खतरे को और ज्यादा बढ़ा सकते हैं। इस तरह के इंफेक्शन के लक्षणों की पहचान करना काफी मुश्किल होता है। हालांकि, वजाइनल डिस्चार्ज और जलन इसके लक्षण हो सकते हैं।
रीप्रोडक्टिव ट्रैक्ट इन्फेक्शन
रीप्रोडक्टिव ट्रैक्ट इंफेक्शन यानी RTI तीन तरह का हो सकता है, जिनमें सेक्शुअल ट्रांसमिटेड डिजीज, एंडोजेनस इन्फेक्शन और आईट्रोजेनिक इन्फेक्शन हो सकते हैं। ये सभी इंफेक्शन असुरक्षित यौन संबंध, पीरियड्स में साफ-सफाई का ध्यान न रखने और डीलीवरी के वक्त उचित व्यवस्था न होने के कारण होते हैं।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)