- आंखों के लिए बेहद फायदेमंद होते है खट्टे फल।
- विटामिन ई से भरपूर होते हैं अखरोट और सूरजमुखी के बीज।
- हरी पत्तेदार सब्जियां आंखों के लिए हैं बेहद फायदेमंद।
Top 5 food that makes Healthy Eyes in Hindi: आज के दौर में अधिकतर लोगों का समय लैपटॉप पर ही जाता है। ऐसे में आंखें खराब होना साघारण सी बात है। दूसरा सबसे बड़ा कारण आंखों का खराब होना अन हेल्थी खाना होता है। भोजन का सही चयन नहीं करनो से इसका सीधा असर हमारे शरीर पर पड़ता है। ऐसे में शरीर में अनेकों पोषक तत्व की कमी होने लगती है। जिससे हमारे शरीर का हर अंग धीरे-धीरे खराब होने लगता है।
अगर आप यहां बताएं गए 5 हेल्थी फूड को अपने डाइट में शामिल कर ले, तो इस आपके आंखों की समस्या को दूर करने के साथ-साथ शरीर भी स्वस्थ बना रह सकता हैं। तो आइए जाने आंखों को मजबूत बनाने वाला वह 5 हेल्थी फूड कौन-कौन सा है।
आंखों को मजबूत बनाने वाला 5 हेल्दी फूड:
1. फलिया का करें भरपूर सेवन:
काला मटर, दाल और बीन्स में बायोफ्लेवोनॉयड्स और जिंक की मात्रा काफी पाई जाती हैं। यह हमारे आंखों के रेटिना को मजबूत बनाता है। यदि आप इन का सेवन प्रतिदिन करें, तो इससे आपके आंखों में मोतियाबिंद जैसी बीमारी होने का कम खतरा हो सकता है।
2. अखरोट और सूरजमुखी के बीज का करें भरपूर सेवन:
अखरोट और सूरजमुखी के बीज में 3 फैटी एसिड और विटामिन ई काफी मात्रा में पाई जाती हैं। विटामिन ई हमारे आंखों को मजबूत बनाता है। यदि आप इन दोनों का सेवन प्रतिदिन करें, तो आपके आंखों की समस्या आसानी से दूर हो सकती है।
3. हरी पत्तेदार सब्जियों का भरपूर करें सेवन:
हरी पत्तेदार सब्जियां आंखों के लिए बेहद फायदेमंद होती है। इसमें मौजूद न्यूट्रिशन और विटामिन सी आंखों को मजबूत बनाने का काम करता हैं। यदि आप इसका सेवन प्रतिदिन करें, तो आपकी कमजोर आंख फिर से पहले की तरह मजबूत बन सकती है।
4. रंगीन फल और सब्जियों का करें भरपूर सेवन:
यदि आप प्रतिदिन के खाने में गाजर, टमाटर, स्टोबेरी और कद्दू का भरपूर सेवन करें, तो इसमें मौजूद विटामिन ए और सी आपकी आंखों की समस्या को दूर करने के साथ-साथ आंखों को मजबूत भी बना सकता हैं।
5. खट्टे फल का भरपूर करें सेवन:
खट्टे फल में विटामिन सी की मात्रा काफी पाई जाती है। यह हमारे आंखों को स्वस्थ रखने में काफी मदद करता है। यदि आप संतरा, अंगूर, नींबू और जामुन का प्रतिदिन सेवन करें, तो आपके आंखों में होने वाले सफेद धब्बे और मोतियाबिंद जैसी खतरनाक बीमारी होने का कम खतरा हो सकता है।