- चॉकलेट कोको पाउडर से बनती है
- कोको पाउडर हमारी सेहत के लिए कई लिहाज से अच्छा है
- कोको पाउडर से डिप्रेशन दूर होता है, वहीं इसे बीपी और शुगर कंट्रोल करने वाला भी मानते हैं
पहले तो लोग मीठे स्वाद के लिए चॉकलेट खाया करते थे, लेकिन अब तो चॉकलेट का एक अलग ही ट्रेंड है। खाने के बाद डेजर्ट में चॉकलेट, किसी को गिफ्ट करना हो तब चॉकलेट, मेहमान बन के किसी के घर जाना हो तब चॉकलेट साथ ले जाओ, बच्चों को खुश करना है तो चॉकलेट अपनाओ, रक्षाबंधन का त्योहार हो तो बहनों को चॉकलेट गिफ्ट करो, और वैलेंटाइन-डे के महीने में पहले दिन से ही चॉकलेट देना शुरू कर दो।
चॉकलेट में ऐसा कुछ तो है जिसने नेपोलियन को भी अपना दीवाना बना दिया था। लेकिन चॉकलेट बनती किससे है? कोको से।
कोको पाउडर से बनती है चॉकलेट
आपको बता दें, चॉकलेट कोको पाउडर से बनाया जाता है। और कोको पाउडर बनाने के लिए पहले अच्छे कोको बीज तलाशे जाते हैं। अच्छे कोको बीज इकट्ठा करने के बाद, उन्हें क्रश करके और उसमें से फैट या कोको बटर को हटाकर कोको पाउडर बनाया जाता है। दुनिया भर में कोको के पौधे की 3 किस्में होती हैं- फॉरेस्टो, क्रिओलो, और ट्रिनिटारियो।
हेल्थ के लिए अच्छा है कोको पाउडर
वैसे कोको पाउडर सेहत के लिए भी फायदेमंद है। जानें इसके हेल्थ बेनेफिट्स-
- हाई ब्लड प्रेशर करे कंट्रोल -हाई बीपी की समस्या वाले लोग कोको पाउडर का सेवन कर सकते हैं। रिसर्च बताती है कि ये इसमें फायदेमंद रहता है।
- डिप्रेशन करे कम : कोको के अंदर मौजूद फ्लेवनॉल्स आपके मूड को अच्छा रखते हैं और डिप्रेशन के दूर करते हैं। यह एंटीडिप्रेसेंट का भी काम करता है।
- वजन कम करने में है कारगर : कोको पाउडर फैट ऑक्सीडेशन बढ़ाकर आपके वजन को नियंंत्रित रखता है। यह आपकी भूख को कंट्रोल में रखने के साथ ही आपको एनर्जेटिक भी महसूस करवाता है।
- दिल को फायदा : फ्लेवनॉल आपके शरीर में एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और आपको हार्ट अटैक, हार्ट फैलियर और दूसरी दिल की बीमारियों के रिस्क को कम करता है।
- डायबिटीज को करता है कंट्रोल : कोको पाउडर में मौजूद फ्लेवनॉल टाइप 2 डायबिटीज के रिस्क को कम करते हैं। यह आपके ब्लड शुगर लेवल को भी इंप्रूव करता है।
- कैंसर से बचाए : फ्लेवनॉल आपके अंदर मौजूद सेल्स को ऑक्सिडेंटिव डैमेज से बचाता है। इससे सेल हेल्दी रहते हैं और कैंसर का खतरा कम होता है।
- दिमाग करे तेज : कोको पाउडर का सेवन दिमाग के लिए भी अच्छा है। ब्लड फ्लो सुधार कर ये कोको न्यूरोडिजेनरेटिव डिसीज के रिस्क से आप को बचाता है।
- अस्थमा में है मददगार : कोको पाउडर में एंटी-अस्थमेटिक और थियोब्रोमाइन जैसे कंपाउंड होते हैं जो लोगों को अस्थमा के परेशानी से निजात दिलाते हैं।
- दांत की करे सुरक्षा : एंटी-एंजाइमेटिक, एंटी बैक्टीरियल और इम्यून-स्टिमुलेटिंग प्रॉपर्टीज के मदद से यह आपके दांतों को उन बैक्टीरिया से बचाता है जो कैविटीज या मसूड़ों से जुड़ी परेशानियों को बढ़ावा देते हैं।
- स्किन के लिए है हेल्दी : स्टडी के अनुसार, कोको में मौजूद पॉलीफेनोल्स स्किन के लिए फायदेमंद हैं। यह स्किन से ब्लड सर्कुलेशन इंप्रूव करता है, यूवी रेज से बचाता है, स्किन को हाइड्रेट रखता है और स्किन के टेक्सचर को बेहतर करता है।
तो अब कोको पाउडर का सेवन आप बेहिचक कर सकते हैं। ये आपको टेस्ट के साथ हेल्दी रहने का ऑप्शन भी दो दे रहा है!