- ओमीक्रॉन के मामले देश में लगातार बढ़ रहे हैं।
- शरीर पर चकत्ते और खुजली ओमीक्रॉन के प्रमुख लक्षणों में से एक, ना करें नजरअंदाज।
- ओमीक्रॉन से संक्रमित लोगों में तीन तरह के स्किन रैशेज की पुष्टि, इसे कहा जा रहा है कोविड टो।
Omicron Symptoms in India : कोरोना वायरस की पहली और दूसरी लहर के बाद देश का हाल बेहाल हो चुका है, बीते दिन लाखों लोग इस भयावह महामारी के चपेट में आए और हजारों की संख्या में लोग अपनी जान गंवा बैठे हैं। वहीं दूसरी लहर की समाप्ति के बाद तीसरी लहर ने दस्तक दे दिया है। पिछले कुछ दिनों से ओमीक्रॉन के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक बीते 24 घंटे में 16,764 लोग इस भयावह महामारी के चपेट में आए, वहीं 222 लोगों ने अपनी जान गंवा दी है। मौत के आंकड़ो में एक बार फिर तेजी से वृद्धि हो रही है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में कोरोना की सुनामी आने वाली है, एक बार फिर स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा सकती है। ओमीक्रॉन और डेल्टा वेरियंट मिलकर तबाही मचा सकते हैं। डेल्टा की तुलना में ओमीक्रॉन भले ही हल्का है लेकिन इसकी संक्रामकता दर बहुत ज्यादा है, कोई भी इस भयावह वेरियंट के चपेट में आ सकता है। डब्ल्यूएचओ चीफ का कहना है कि ओमीक्रॉन को हल्के असर वाला वेरियंट मानना जल्दबाजी हो सकती है। ऐसे में हमें अधिक सावधानी बरतनें की आवश्यकता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार ओमीक्रॉन के शुरुआती लक्षण में स्किन पर रैसेज और खुजली हो सकती है। कई अध्ययनों के मुताबिक ओमीक्रॉन से संक्रमित लोगों के शरीर पर चकत्ते पड़ना प्रमुख लक्षणों में से एक है। ब्रिटिश जर्नल ऑफ डर्मेटोलॉजी की एक रिपोर्ट के अनुसार कोरोना के 25 प्रतिशत मरीजों में इस तरह के चकत्ते देखे जा रहे हैं, खासकर कम उम्र के लोगों में ये लक्षण अधिक देखने को मिल रहा है।
'फ्री ओमिक्रॉन टेस्ट' के नाम पर हो रही है ऑनलाइन ठगी
तीन तरह के होते हैं स्किन रैशेज
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार ओमीक्रॉन से संक्रमित लोगों में तीन तरह के स्किन रैशेज की पुष्टि हुई है, इसे कोविड टो कहा जा रहा है। क्योंकि इसकी शुरूआत हाथ पैर की उंगलियों से होती है। पहली तरह के स्किन रैशेज में हांथ पैर में लाल दाने और तेज खुजली होती है, साथ ही तेज बुखार इसके प्रमुख लक्षणों में से एक है।
कोरोना संक्रमित कुछ मरीजों में शरीर पर घमौरी की तरह छोटे छोटे दाने देखे जा रहे हैं, ये छाले अधेड़ उम्र के रोगियों में अधिक देखने को मिल रहे हैं। वहीं तीसरा शरीर या त्वचा पर गुलाबी या सफेद उभार देखा गया, जो रैशेज की तरह दिखते हैं और तेज खुजली होती है।
स्किन पर रैशेज ओमीक्रॉन का प्रमुख लक्षण
बता दें कोरोना के पहली और दूसरी लहर के दौरान भी कई शोधकर्ताओं ने बच्चों में स्किन रैशेज की पुष्टि की थी। वहीं ओमीक्रॉन की पुष्टि करते हुए लंदन के शोधकर्ता प्रमुख डॉ डेविड ने बताया कि करीब 15 प्रतिशत ओमीक्रॉन से संक्रमित मरीजों में स्किन रैशेज के लक्षण पाए गए हैं। इसके अलावा सिर दर्द, पेट दर्द, सर्दी खांसी, तेज बुखार, उल्टी दस्त आदि कोरोना के प्रमुख लक्षणों में से एक है। इन लक्षणों के दिखने पर तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें।
ओमिक्रॉन : इन लक्षणों के दिखने पर हो जाएं सावधान
यूनिवर्सिटी ऑफ हॉन्ग कॉन्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार कोरोना वायरस का ओमीक्रॉन वेरियंट डेल्टा वेरियंट की तुलना में 70 प्रतिशत ज्यादा तेजी से फैलता है। हालांकि स्टडी में यह भी कहा गया है कि डेल्टा की तुलना में ओमीक्रॉन कम खतरनाक है, क्योंकि यह फेफड़ों को कम संक्रमित करता है। तेज बुखार, सर्दी-खांसी, जुकाम और स्वाद या सुगंद का ना आना ओमीक्रॉन के प्रमुख लक्षणों में से एक हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक ओमीक्रॉन की चपेट में आने वाले लोगों में 24 घंटे के भीतर इसके लक्षण दिख जाते हैं। ऐसे में इसके शुरूआती लक्षण दिखने पर सावधान हो जाएं और अपने डॉक्टर से सलाह लें अन्यथा स्थिति अधिक भयावह हो सकती है।