What is Obstructive sleep apnea: म्यूजिक डायरेक्टर और डिस्को किंग बप्पी लहरी का निधन हो गया है। वह 69 साल के थे और बीते कुछ समय से बीमार थे। उन्हें ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया (Obstructive sleep apnea) की समस्या थी, जिसे उनकी मौत के लिए जिम्मेदार बताया गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं यह बीमारी क्या होती है? कैसे यह इंसान की मौत तक का करण बन जाता है? तो आइये जानते हैं क्या होती है यह बीमारी और क्या हैं इसके लक्षण?
क्या है ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया?
ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया नींद से जुड़ी एक समस्या है, जिसमें सोते समय कई बार सांस रुक जाती है। यह सिलसिला रुक-रुककर चलता रहता है। यानी नींद में कई बार सांस रुक जाती है और फिर शुरू हो जाती है। यह स्थिति कुछ सेकेंड्स से लेकर 1 मिनट तक की हो सकती है। इसमें नींद के दौरान गले की मांसपेशियां ढीली पड़ जाती हैं, जिसकी वजह से एयरफ्लो में रुकावट होती है। इसी वजह से सो रहा शख्स तेज-तेज खर्राटे लेने लगता है।
रुक गई डिस्को की धड़कन, चले गए बप्पी दा, लता दी के बाद म्यूजिक इंडस्ट्री को फिर झटका
इस बीमारी में गले की मांशपेशियां ढीली पड़ जाने की वजह से सांस लेने वाली नली के ऊपरी मार्ग में रुकावट पैदा होती है और एयरफ्लो यानी हवा का प्रवाह समुचित तरीके से नहीं हो पाता। अगर कोई इंसान देर तक इस स्थिति में रहता है तो खून में ऑक्सीजन का स्तर कम होने लगता है और यही स्थिति होती है, जब इससे पीड़ित शख्स की जान तक को खतरा पैदा हो जाता है और यह उनकी मौत की वजह बन जाती है। यह समस्या आम तौर पर तब होती है जब इंसान नींद के दौरान पीठ के बल सीधा लेटता है। करवट लेने पर यह अपने आप ही ठीक भी हो जाता है।
लक्षणों से कैसे पहचानें ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया?
- ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया से पीड़ित मरीज में नींद के दौरान खर्राटे लेने की समस्या देखी गई है। हालांकि खर्राटे की हर समस्या इससे जुड़ी नहीं है, लेकिन इस बीमारी में लोगों को खर्राटे की समस्या देखी गई है।
- सोते समय सांस का रुकना और बेचैनी महसूस करना भी इसके प्रमुख लक्षणों में है। इससे पीड़ित शख्स को अचानक नींद में घुटन, हांफने जैसी समस्या हो सकती है, जिससे अचानक उसकी नींद खुल सकती है।
- आम तौर पर ऐसे लोगों को दिन में भी नींद आने की शिकायत देखी गई है। इसकी वजह ये भी मानी जाती है कि रात में सांसों के अटकने से कई बार उनकी नींद खुलती है और वे सही तरीके से नहीं सो पाते।
- गले में खराश और अक्सर मुंह सूखने जैसी परेशानी भी ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया से परेशान लोगों में देखी गई है।
- इसके अतिरिक्त सुबह के वक्त सिर में दर्द, हाई ब्लड प्रेशर, तनाव, मूड स्विंग, अत्यधिक थकान, चिड़चिड़ापन जैसे लक्षण भी ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया से पीड़ित मरीजों में देखे गए हैं।
बप्पी लहरी के परिवार में कौन कौन हैं, जानें किशोर कुमार से उनका क्या रिश्ता था
किन वजहों से होता है ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया?
यूं तो कोई भी बीमारी किसी को भी हो सकती है, लेकिन आम तौर पर मोटापा, सांस नली में सिकुड़न, जो टॉन्सिल बढ़ने या कई अन्य कारणों से हो जाती है, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज से परेशान लोगों में यह समस्या अधिक देखी गई है। कुछ मामलों में अस्थमा के साथ भी इसका कनेक्शन देखा गया है।
क्या संभव है ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया का इलाज?
ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया का इलाज संभव है। इसके लिए एक डिवाइस का इस्तेमाल किया जाता है, जो नींद में सांस नली में आने वाली रुकावट को दूर करते हुए एयरफ्लो को दुरुस्त करता है। कुछ मामलों में डॉक्टर्स सर्जरी भी सजेस्ट करते हैं। इस बीमारी की गंभीरता को देखते हुए किसी को भी अगर इसके लक्षण नजर आते हैं तो उन्हें तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।