अगर आपका बैली छूने पर हार्ड लगता हो तो आपके लिए ये अच्छा साइन नहीं है। ये बैली फैट के होने से ज्यादा खतरनाक होता है। ये आपके गंभीर बीमार होने का साइन होता है। इतना ही नहीं आपको ये साइन बताता है कि आप हार्ट और डायबिटीज पेशंट्स के साथ हाई कोलेस्ट्राल पीड़ित भी हो सकते हैं।
आपको जान कर यह आश्चर्य होगा कि हार्ड बैली फैट स्मोकिंग और हाई कोलेस्ट्रॉल से भी खतरनाक माना गया है। इस समस्या के होने के पीछे एक नहीं कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। इससे बचने के कुछ उपाय भी हैं जिन्हें आजमा कर आप इस गंभीर समस्या से दूर हो सकते हैं। तो आइए जानें पहले इसके कारण और फिर निवारण।
पांच मुख्य कारण जिसके कारण हार्ड बैली की समस्या होती है
1. अगर आप में हार्ड फैट बनता हो
अगर आपके शरीर में विसेरल फैट अधिक हो तो आपका बैली हार्ड होगा। विसेरल फैट पेट के बीच खाली जगहों में रहता है और ये बहुत ही टाइट से पैक होता है और ये आपके पेट की दीवार को बाहर की ओर धकेलने लगता है। हालांकि ये फैट बहुत जटिल और कठोर नहीं होता। यही कारण है कि जब आप इसे छूते हैं तो आपको अपना पेट कड़ा यानी हार्ड फील होता है। नर्म पेट के पीछे विसेरल फैट के कारण ही पेट इतना हार्ड महसूस होता है
2. आनुवांशिकी के कारण
विसेरल फैट बनने का कारण आनुवांशिक भी होता है। ये एक ऐसे जीन हैं जो कमर से हिप अनुपात से संबंधित हैं, जो यह निर्धारित कर सकता है कि आपके पास कितना विसेरल फैट है।
3. आप पुरुष हैं
एक अध्ययन से पता चलता है कि महिलाओं में पेट की चर्बी के कारण बीमारियां होने का खतरा अधिक होता है,लेकिन पुरुषों में विसेरल फैट के कारण बीमारियों के विकसित होने का खतरा अधिक बढ़ता है।
4. गतिहीन जीवन शैली
हमारी खानेपीने की गलत आदतें और गतिहीन जीवनशैली भी हार्ड बैली फैट के लिए जिम्मेदार हैं। एक अध्ययन में पाया गया कि पुरुषों में गतिहीन जीनशैली के चलते विसेरल फैट अधिक जमा होता है जबकि महिलाओं में सबक्यूटेनियस फैट जमा होता है लेकिन मैनोपॉज के बाद ये भी विसेरल फैट अधिक जमा करने लगती हैं
5. अनहेल्दी डाइट
2010 में अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रीशन में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक परिष्कृत अनाज का अधिक लेने से सीधे आपके पेट की चर्बी के समानुपाती होता है। साबुत अनाज खाने और उच्च वसा वाले भोजन और चीनी से भरी चीजों को हटाने से आपकी प्रॉब्लम दूर हो जाएगी।
डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।