- लॉकडाउन में बच्चों को योग के बेहद सिंपल आसन सिखाया जा सकता है
- कटि चक्रासन आसन के नियमित प्रयोग से काफी लाभ होता है
- हलासन शरीर में चुस्ती फुर्ती लाता है और तनाव दूर करता है
नई दिल्ली: योगासन यूं तो हर वर्ग के लोगों के सेहत के लिए काफी गुणकारी होता है। इस लॉकडाउन में लोग तरह-तरह के योगाभ्यास के साथ घर के ही जिम में कसरत और वर्जिश कर रहे हैं। इस लॉकडाउन में कई अच्छी आदतें घर पर रहकर विकसित की जा सकती है जिनमें एक योगाभ्यास भी है जो सेहत के लिए जरूरी है। आप अपने बच्चे के लिए भी किसी जानकार की देखरेख में योगाभ्यास का अभ्यास करवा सकते हैं। हम यहां खास तौर पर दो आसन कटि चक्रासन और हलासन का जिक्र कर रहे हैं। बड़ों के साथ बच्चों के लिए हलासन बेहद गुणकारी है जिसका हलासन का अभ्यास सुबह के वक्त और खाली पेट किया जाए तो अति उत्तम होता है।
सबसे पहले बात कटि चक्रासन की । कटि चक्रासन योगासन में कमर के हिस्से को घुमाया जाता है। इस आसन से कमर को खिंचाव मिलने के साथ साथ कमर में लचीलापन भी आता है। यह एक आसान योग है जिसके अनेक लाभ है और यह आसानी के साथ किया जा सकता है। इस आसन से मेरुदंड और कमर का लचीलापन आता है। हाथ और पैरों की मासपेशियों के लिए यह लाभदायक है।
कटि चक्रासन का तरीका
- पैरों को जोड़कर सीधे खड़े होना होता है।
- सांस अंदर लेने के बाद हथेलियां एक दूसरे के सामने रखते हैं।
- हाथों को जमीन के सामांतर करते हैं।
- हाथों और कंधों की दूरी एक समान रखनी होती है।
- सांस छोड़े और कमर दाहिनी ओर घुमाएं। बाएं कंधे से पीछे की ओर देखें।
- सांस लेते हुए फिर दोबारा सामने की तरफ घुमना होता है।
- इस आसन को कुछ समय तक दोनों तरफ करना होता है।
- शरीर को झटके के साथ नहीं हिलाना होता है।
- सांस और गति के बीच तालमेल रखे जाने पर इस योग का लाभ अधिक होता है।
बच्चों के लिए दूसरा उपयोगी आसन है हलासन। हलासन को अंग्रेजी भाषा में हलासन और प्लो पोज कहा जाता है और प्लोज पोज भी कहा जाता है। हलासन शरीर में चुस्ती फुर्ती लाता है और तनाव दूर करता है। इससे पाचन क्रिया भी सही होती है। यह आसन वेट लॉस में भी सहायक होता है। इस आसन से स्पाइनल कॉर्ड लचीला होने के साथ मजबूत होता है।
हलासन किस प्रकार करें
(वीडियो साभार- रत्ना सागर)
- योग मैट पर पीठ के बल लेटना होता है।
- अपने हाथों को शरीर इस प्रकार सटाएं कि हथेलियां जमीन की ओर रहेंगी।
- सांस भीतर की ओर खींचे और पैरों को ऊपर की तरफ उठाएं।
- टांगे कमर से 90 डिग्री का कोण बनाएंगी।
- टांगों को ऊपर उठाए और अपने हाथों से कमर को सहारा दें।
- सीधी टांगों को सिर की तरफ झुकाएं और पैरों को सिर के पीछे ले जाएं।
- पैरों के अंगूठे से जमीन को छुएंगे।
- हाथों को कमर से हटाकर जमीन पर सीधा रख लें। हथेली नीचे की तरफ रहेगी।
- कमर जमीन के समानांतर रहेगी।
- इसी स्थिति में एक मिनट तक बने रहें सांसों पर ध्यान केंद्रित करें सांस छोड़ते हुए, टांगों को वापस जमीन पर ले आएं।
- आसन को छोड़ते हुए जल्दबाजी न करें। टांगों को एक समान गति से ही सामान्य स्थिति में वापस लेकर आएं।