- दो एमआई-17 1वी हेलीकॉप्टर पहली बार समारोह स्थल के ऊपर पुष्प वर्षा करेंगे
- पुष्प वर्षा के बाद पीएम नरेंद्र मोदी का होगा संबोधन
- ओलंपियन और कोरोना वारियर्स भी बनेंगे समारोह का हिस्सा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर रविवार को लाल किले की प्राचीर पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराएंगे और भारतीय वायु सेना के दो एमआई-17 1वी हेलीकॉप्टर पहली बार समारोह स्थल के ऊपर पुष्प वर्षा करेंगे।रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि तोक्यो ओलंपिक में पदक जीतने वाले 32 खिलाड़ियों और भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के दो अधिकारियों को लाल किले में आयोजित समारोह में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है।
ओलंपियन भी समारोह का बनेंगे हिस्सा
भाला फेंक स्पर्धा में भारत को पहली बार स्वर्ण पदक जिताने वाले खिलाड़ी और सेना में सूबेदार नीरज चोपड़ा सहित ओलंपिक के बत्तीस विजेता खिलाड़ियों को आमंत्रित किया गया है। ‘‘लगभग 240 ओलंपियन, सहयोगी स्टाफ और साई तथा खेल महासंघ के अधिकारियों को भी प्राचीर के सामने ज्ञान पथ की शोभा बढ़ाने के लिए आमंत्रित किया गया है।’’ तोक्यो ओलंपिक में, भारत ने एक स्वर्ण, दो रजत और चार कांस्य पदक सहित कुल सात पदक जीतकर ओलंपिक में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
अमृत रूप में पुष्प वर्षा
इस वर्ष पहली बार ऐसा होगा कि जैसे ही प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा, अमृत फॉर्मेशन में भारतीय वायु सेना के दो एमआई 17 1वी हेलीकॉप्टरों द्वारा कार्यक्रम स्थल पर पुष्प वर्षा की जाएगी। पहले हेलीकॉप्टर के कप्तान विंग कमांडर बलदेव सिंह बिष्ट होंगे, वहीं दूसरे हेलीकॉप्टर की कमान विंग कमांडर निखिल मेहरोत्रा संभालेंगे।पुष्प वर्षा के बाद प्रधानमंत्री राष्ट्र को संबोधित करेंगे।
मंत्रालय के अनुसार प्रधानमंत्री के भाषण के समापन पर राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के कैडेट राष्ट्रगान गाएंगे। राष्ट्रीय उल्लास के इस पर्व में विभिन्न स्कूलों के पांच सौ (500) एनसीसी कैडेट (सेना,नौसेना और वायु सेना) हिस्सा लेंगे।प्रधानमंत्री ने भारत की स्वतंत्रता का 75वां वर्ष मनाने के लिए मार्च 2021 में गुजरात में अहमदाबाद के साबरमती आश्रम से 'आजादी का अमृत महोत्सव' शुरू किया था। यह समारोह 15 अगस्त, 2023 तक जारी रहेगा।
कोरोना योद्धा भी बढ़ाएंगे कार्यक्रम की शोभा
अदृश्य शत्रु कोविड-19 से लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले कोरोना योद्धाओं के सम्मान में लाल किले की प्राचीर के दक्षिण की ओर एक अलग ब्लॉक का निर्माण किया गया है।मंत्रालय ने अपने वक्तव्य में रविवार सुबह लाल किले पर आयोजित समारोह की विस्तार से क्रमबद्ध जानकारी दी है। उसने बताया कि लाल किले पर प्रधानमंत्री के आगमन पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और रक्षा सचिव डॉ अजय कुमार उनकी अगवानी करेंगे।
कुछ इस तरह का होगा प्रोटोकॉल
रक्षा सचिव, दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी), लेफ्टिनेंट जनरल विजय कुमार मिश्रा का प्रधानमंत्री से परिचय कराएंगे।मंत्रालय के अनुसार, ‘‘इसके बाद दिल्ली क्षेत्र के जीओसी मोदी को सैल्यूटिंग बेस तक ले जाएंगे,जहां एक संयुक्त इंटर-सर्विसेज और दिल्ली पुलिस गार्ड प्रधानमंत्री को सामान्य सलामी देंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री सलामी गारद का निरीक्षण करेंगे।’उसने बताया कि प्रधानमंत्री के लिए सलामी गारद दल में सेना, नौसेना, वायु सेना और दिल्ली पुलिस प्रत्येक में से एक-एक अधिकारी और 20-20 जवान शामिल होंगे।
सलामी गारद के निरीक्षण के बाद, प्रधानमंत्री मोदी लाल किले की प्राचीर के लिए प्रस्थान करेंगे, जहां उनका स्वागत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, थल सेना प्रमुख जनरल एम.एम. नरवणे, नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर.के.एस. भदौरिया द्वारा किया जाएगा। ‘दिल्ली क्षेत्र के जीओसी राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्रधानमंत्री को प्राचीर स्थित मंच पर ले जाएंगे। ध्वज फहराने के बाद तिरंगे को 'राष्ट्रीय सलामी' दी जाएगी।’’
नौसेना के बैंड बजाएंगे राष्ट्रीय धुन
नौसेना के बैंड राष्ट्रीय ध्वज फहराने और 'राष्ट्रीय सलामी' के दौरान राष्ट्रगान की धुन बजाएंगे। इसमें 16 लोग शामिल होंगे। बैंड का संचालन एमसीपीओ विंसेंट जॉनसन द्वारा किया जाएगा।मंत्रालय ने बताया, ‘‘लेफ्टिनेंट कमांडर पी. प्रियंबदा साहू द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराने में प्रधानमंत्री की सहायता की जाएगी। इसके साथ विशिष्ट 2233 फील्ड बैटरी (औपचारिक) के बहादुर जवानों द्वारा 21 तोपों की सलामी दी जाएगी।
(एजेसी इनपुट के साथ)