- लद्दाख में स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया गया।
- लेह के पोलो ग्राउंड में उपराज्यपाल ने तिरंगा फहराया।
- आईटीबीपी के जवानों ने लद्दाख में पैंगोंग त्सो के तट पर तिरंगा फहराया।
देश भर में 75वां स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस मौके पर जम्मू-कश्मीर से अलग कर बनाए गए केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में भी स्वतंत्रता दिवस उत्साह से साथ मनाया गया। केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के उपराज्यपाल आर के माथुर ने 75 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लेह में पोलो ग्राउंड में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। लद्दाख से किसी भी तरह का अप्रिय समाचार सुनने को नहीं मिला। पूरी तरह से शांति बनी रही।
उधर भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवानों ने रविवार को लद्दाख में पैंगोंग त्सो के तट पर 75वां स्वतंत्रता दिवस मनाया। उन्होंने भारतीय ध्वज को लेकर झील के किनारे मार्च किया और समारोह के एक भाग के रूप में राष्ट्रगान भी गाया। इस बीच, उत्तराखंड बॉर्डर पर आईटीबीपी के जवानों ने भी 13,000 फीट की ऊंचाई पर दिन मनाया। लद्दाख में बॉर्डर आउट पोस्ट्स पर भी 14000 से 17000 फीट तक जश्न मनाया गया।
स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले, पिछले साल मई-जून में पूर्वी लद्दाख की झड़पों में उनकी बहादुरी के लिए इस साल 20 आईटीबीपी कर्मियों को वीरता के लिए पुलिस पदक (पीएमजी) के लिए चुना गया था। ये कर्मी 23 में से हैं जिन्हें इस साल वार्षिक समारोह में पुलिस पदक से सम्मानित किया जा रहा है।
आईटीबीपी ने केंद्र द्वारा इन पुरस्कारों की घोषणा के तुरंत बाद एक बयान में कहा, यह सीमा पर आमने-सामने या झड़पों या सीमा सुरक्षा कर्तव्यों में अपने जवानों की बहादुरी के लिए दिए जाने वाले वीरता पदकों की सबसे अधिक संख्या है।