नई दिल्ली: पूरी दुनिया के साथ-साथ भारत भी कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है। हमारा देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कोरोना के खिलाफ निर्णायक जंग में उतरा है। देश में 21 दिन का लॉकडाउन लगा हुआ है। घर में रह कर हर एक भारतीय कोरोना के खिलाफ जंग में अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। इसी लड़ाई में घर में रहते हुए कोई भी अपने को अकेला ना समझे, इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से अपील की कि आज रात 9 बजे 9 मिनट के लिए अपने-अपने घरों की लाइटें बंद कर दरवाजे या बालकनी में दीए, मोमबत्ती, टॉर्च या मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाएं और संदेश दें कि इस जंग में हम सब एकजुट हैं, कोई भी अकेला नहीं है।
पीएम मोदी की इस अपील का असर लोगों को खूब हुआ। रात के 9 बजते ही लोगों ने अपने-अपने घरों की लाइटें बंद कर दरवाजे और बालकनी में दीए जलाए, मोमबत्ती लगाईं, साथ ही टॉर्च और मोबाइल की लाइट भी जलाई। कई जगह लोगों ने पटाखे भी जलाएं, इस तरह देश ने 9 मिनट तक दिवाली मनाई।
3 अप्रैल को सुबह 9 बजे एक वीडियो संदेश में पीएम मोदी ने कहा था, 'इस कोरोना संकट से जो अंधकार और अनिश्चितता पैदा हुई है, उसे समाप्त करके हमें उजाले और निश्चितता की तरफ बढ़ना है। इस अंधकारमय कोरोना संकट को पराजित करने के लिए, हमें प्रकाश के तेज को चारो दिशाओं में फैलाना है। इसलिए, 5 अप्रैल को, हम सबको मिलकर, कोरोना के संकट के अंधकार को चुनौती देनी है, उसे प्रकाश की ताकत का परिचय कराना है।'
उन्होंने कहा था कि घर की सभी लाइटें बंद करके, घर के दरवाजे पर या बालकनी में, खड़े रहकर, 9 मिनट के लिए मोमबत्ती, दीया, टॉर्च या मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाएं। और उस समय यदि घर की सभी लाइटें बंद करेंगे, चारों तरफ जब हर व्यक्ति एक-एक दीया जलाएगा, तब प्रकाश की उस महाशक्ति का एहसास होगा, जिसमें एक ही मकसद से हम सब लड़ रहे हैं, ये उजागर होगा।