नई दिल्ली: तेलंगाना के नारायणखेड़ जिले में एक महिला के घर के सामने नगरपालिका ने कचरा फेंक दिया। इसके बाद वो 58 साल की महिला कथित तौर पर सदमें में चली गई और उसकी मौत मौत हो गई। नारायणखेड़ नगरपालिका के अधिकारियों ने हाउस टैक्स नहीं देने पर 15 दिसंबर को भुमावा के घर के सामने कचरा डाल दिया।
'इंडिया टुडे' की खबर के अनुसार, महिला के परिवार ने दावा किया कि नगर पालिका के अधिकारियों द्वारा घर के सामने कचरा डंप करने से वह इससे बहुत परेशान थीं और उन्हें इससे अपमानित भी महसूस हुआ। शनिवार को उनकी तबीयत खराब हो गई और परिजन उन्हें एक अस्पताल ले गए जहां रविवार सुबह उनकी मौत हो गई।
परिवार के सदस्यों ने इसके लिए नगर निकाय को दोषी ठहराया है और आरोप लगाया कि अधिकारियों द्वारा अपमानित और अत्यधिक कार्रवाई के कारण भुमावा की मृत्यु हो गई। नगरपालिका के अधिकारियों ने 15 दिसंबर को उनके घर के सामने कचरा डंप कराया और 17 दिसंबर को उसे हटा लिया। परिवार ने दावा किया कि 15 दिसंबर को हुई घटना के बाद वह सदमे में चली गईं और तबीयत खराब हो गई। बाद में रविवार को उनकी मौत हो गई।
इस बीच, पुलिस ने कहा कि उन्हें इस घटना के बारे में कोई शिकायत नहीं मिली है और एक अधिकारी ने कहा कि महिला अस्थमा की मरीज थी और कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रही थी।