नयी दिल्ली : देश में आपातकाल के हंगामों के बीच 1976 में 10 सितंबर के दिन ‘इंडियन एयरलाइंस’ के एक विमान को बड़े नाटकीय अंदाज में अगवा कर लिया गया था और उतने ही सनसनीखेज अंदाज से उसमें सवार सभी यात्रियों और चालक दल के सदस्यों को सुरक्षित बचा लिया गया था।
10 सितंबर, 1976 को दिल्ली के पालम हवाई अड्डे से इंडियन एयरलाइंस के बोइंग 737 विमान ने 66 यात्रियों के साथ मुंबई (तब बंबई) के लिए उड़ान भरी थी। रास्ते में दो अपहरणकर्ताओं ने पायलट को पिस्तौल दिखाकर विमान का अपहरण कर लिया।
अपहरणकर्ता विमान को लीबिया ले जाना चाहते थे, लेकिन पायलट की समझदारी से विमान को लाहौर ले जाया गया और वहां पाकिस्तानी अधिकारियों के सहयोग से विमान यात्रियों और चालक दल के सदस्यों को सुरक्षित मुक्त कराया गया। यह घटना दोनों देशों की सरकारों के अनूठे तालमेल की मिसाल है।
इतिहास में 10 सितंबर की तारीख में दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-
1846 : एलायस होवे ने सिलाई मशीन का पेटेंट कराया।
1847 : हवाई द्वीप में पहला थियेटर खुला।
1872 : महाराजा रणजीत सिंह का जन्म। देश में क्रिकेट के विकास में उनके योगदान को आज भी बड़े सम्मान के साथ याद किया जाता है।
1887 : भारतीय स्वतन्त्रता सेनानी एवं उत्तर प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री गोविन्द बल्लभ पंत का जन्म।
1926 : जर्मनी मित्र राष्ट्रों के संघ में शामिल हो गया।
1935 : दून विद्यालय की स्थापना।
1939 : कनाडा ने द्वितीय विश्वयुद्ध में जर्मनी के ख़िलाफ़ युद्ध की घोषणा की।
1966 : संसद ने पंजाब एवं हरियाणा के गठन को मंजूरी दी।
1974 : अफ्रीकी देश गिनी ने पुर्तग़ाल से स्वतंत्रता हासिल की।
1976 : इंडियन एयरलाइंस के बोइंग 737 विमान का अपहरण। विमान को लाहौर ले जाया गया। यात्री और चालक दल के सदस्य सकुशल मुक्त कराए गए।
1996 : संयुक्त राष्ट्र आम सभा में व्यापक परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि 3 के मुकाबले 158 मतों से स्वीकृत, भारत सहित तीन देशों द्वारा संधि का विरोध।
1926 : जर्मनी ने 'लीग ऑफ नेशंस' की सदस्यता ली।
2002 : यूरोपीय देश स्विट्जरलैंड संयुक्त राष्ट्र का सदस्य बना।
2007 : एक नाटकीय घटनाक्रम में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ़ को स्वदेश लौटने के बाद पुन: जेद्दा निर्वासित किया गया।
2008 - स्विटजरलैंड की सर्न प्रयोगशाला के लार्ज हेड्रॉन कोलाइडर में सबसे बड़ा वैज्ञानिक प्रयोग शुरू हुआ।
2020: फ्रांस द्वारा निर्मित बहु भूमिका वाले पांच राफेल लड़ाकू विमान भारतीय वायु सेना में शामिल हुए।
2020: वर्षों की बातचीत के बाद भारत और जापान ने दोनों देशों के सशस्त्र बलों के बीच आपूर्ति एवं सेवाओं के आदान-प्रदान के लिए एक ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किए।