- आप ने नगर निकाय के चुनाव में सूरत में 27 सीटें जीतीं हैं
- अरविंद केजरीवाल 26 फरवरी को सूरत में रोड शो करेंगे
- AAP में गुजरात से लेकर दिल्ली तक उत्साह की लहर
नयी दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल गुजरात में 26 फरवरी को रोड शो (Road Show) करेंगे। राज्य के नगर निकाय चुनाव में पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया है।आप प्रमुख केजरीवाल ने ट्विटर पर राज्य में 'नई राजनीति' की शुरुआत करने के लिए गुजरात के लोगों बधाई दी।
पार्टी नेताओं ने कहा कि केजरीवाल सूरत में रोड शो करेंगे जहां आप ने नगर निकाय के चुनाव में 27 सीटें जीतीं हैं।आप के आधिकारिक ट्विटर पेज पर कहा गया है, 'आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल 26 फरवरी 2021 को गुजरात जाएंगे। वह एक भव्य रोड शो में आप के विकास के मॉडल में विश्वास जताने के लिए लोगों का आभार व्यक्त करेंगे।
आप ने गुजरात की छह नगर निगमों के लिए हुए चुनाव में 470 उम्मीदवार उतारे थे और उसे सूरत में 27 सीटों पर जीत मिली थी। पार्टी कार्यकर्ताओं ने केक काटकर चुनाव परिणामों का जश्न मनाया।
सूरत में AAP ने किए सारे अनुमान ध्वस्त
गुजरात में हुए छह नगर निगम के चुनावों में सूरत के परिणामों ने सबको थोड़ा हैरान किया है यहां आम आदमी पार्टी ने 27 सीटें जीती हैं।
आप को सूरत में 27 सीटों पर जीत मिली इसे लेकर AAP में गुजरात से लेकर दिल्ली तक उत्साह की लहर है।
AAP की दमदार एंट्री से बीजेपी-कांग्रेस में बेचैनी
आम आदमी पार्टी की एंट्री ने बीजेपी और कांग्रेस दोनों की बेचैनी बढ़ा दी है, सूरत में 27 सीट जीतकर आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस से मुख्य विपक्षी पार्टी का ओहदा छीन लिया है। कहा जा रहा है कि इस चुनाव में पाटीदारों ने ही आम आदमी पार्टी की जीत में अपनी निर्णायक भूमिका निभाई है, बताते हैं कि सूरत के व्यापारियों का बड़ा वर्ग भी दिल्ली में AAP की सरकार के कामकाज से प्रभावित है जिसका नतीजा सूरत के चुनाव परिणाम दिखा रहे हैं।
AAP 21 मार्च को मोगा में करेगी ‘किसान महासम्मेलन'
पंजाब में मुख्य विपक्षी दल आम आदमी पार्टी ने कहा कि वह केन्द्र के नए कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में 21 मार्च को मोगा जिले में ‘किसान महासम्मेलन’ आयोजित करेगी। पार्टी ने कहा कि किसान महासम्मेलन में भाग लेने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आमंत्रित किया जाएगा।पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश सहित अन्य जगहों के हजारों किसान तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनी गारंटी की मांग को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर करीब तीन माह से डटे हुए हैं।