- संजीव खिरवार का तबादला लद्दाख हुआ
- उनकी आईएएस पत्नी का तबादला अरुणाचल प्रदेश
- दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में कुत्ता टहलाने का मामला
दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में डॉगी टहलाने वाले आईएएस अफसर संजीव खिरवार और उनकी पत्नी रिंकु डुग्गा पर तबादले की गाज गिरी है। संजीव खिरवार का ट्रांसफर लद्दाख किया गया है तो उनकी पत्नी रिंकू डुग्गा को अरुणाचल प्रदेश भेजा गया है। आईएएस अधिकारी संजीव खिरवार को अपने कुत्ते त्यागराज स्टेडियम में टहलाने की वजह से खिलाड़ियों के लिए स्टेडियम को तय समय से पहले बंद कर दिया जाता था। जब इस मामले में बवाल बढ़ा तो गृह मंत्रालय ने कार्रवाई की। यह बात अलग है कि जब कुत्ता टहलाने वाली खबर आम हो गई तो आईएएएस अधिकारी संजीव खिरवार की सफाई भी आई। लेकिन आरोपों के पीछे तर्क इतने मजबूत थे कि उनकी कोई भी दलील काम नहीं आई।
डॉगी टहलाना पड़ा भारी
गृह मंत्रालय द्वारा जारी आदेश के अनुसार, 1994 बैच के दो आईएएस अधिकारियों को दिल्ली से "तत्काल प्रभाव से और अगले आदेश तक" उनकी नई पोस्टिंग पर स्थानांतरित कर दिया गया है। खिरवार वर्तमान में दिल्ली के राजस्व आयुक्त हैं। वह दिल्ली के पर्यावरण विभाग के सचिव भी हैं। दिल्ली के प्रधान सचिव (राजस्व) संजीव खिरवार के लिए कथित तौर पर शाम तक स्टेडियम खाली कर दिया जाता था ताकि वह अपने कुत्ते को टहला सकें। स्टेडियम में प्रैक्टिस करने वाले एथलीट्स का कहना था कि एक आईएएस अधिकारी अपने कुत्ते को एथलेटिक्स ट्रैक पर ले जाता है और उसकी वजह से,हमें शाम 6:45 बजे तक स्टेडियम खाली करने के लिए कहा जाता है। कोच का भी कहना था कि हमें स्पष्ट निर्देश दिए गए थे कि उस समय तक स्टेडियम खाली कर दिया जाना चाहिए।
10 बजे तक स्टेडियम खुला रखने के निर्देश
दिल्ली के सीएम मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में सभी राज्य द्वारा संचालित खेल सुविधाओं को रात 10 बजे तक खिलाड़ियों के लिए खुला रहने का निर्देश दिया गया है। इससे पहले, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि केजरीवाल ने शहर में सभी सरकारी खेल सुविधाओं को रात 10 बजे तक खिलाड़ियों के लिए खुला रहने का निर्देश दिया था।
केजरीवाल ने कहा, "मेरे संज्ञान में आया है कि गर्मी के कारण खिलाड़ियों को परेशानी हो रही है और स्टेडियम शाम छह या सात बजे तक बंद हो जाते हैं। हम निर्देश जारी कर रहे हैं कि सभी खेल सुविधाएं रात 10 बजे तक खुली रहें ताकि खिलाड़ी उनका इस्तेमाल कर सकें।