- लोकसभा में नियम 193 के तहत कोविड-19 वैश्विक महामारी पर चर्चा हुई
- दुनिया में 145 कोविड 19 वैक्सीन प्री क्लिनिकल मूल्यांकन के स्तर पर हैं: स्वास्थ्य मंत्री
- भारत में 30 टीकों के लिये समर्थन दिया गया है जो विकास के विभिन्न स्तरों पर हैं: हर्षवर्धन
नई दिल्ली: लोकसभा में कोविड-19 पर चर्चा के दौरान कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए PM-CARES फंड की स्थापना की गई थी। मैं स्वास्थ्य मंत्री से पूछता हूं कि पीएम केयर्स फंड से आपके मंत्रालय और राज्य सरकारों को कितना फंड मिला है? इस सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि 50,000 मेड इन इंडिया वेंटिलेटर के लिए PM-CARES फंड से मेरे मंत्रालय को 893.93 करोड़ रुपए मिले।
चौधरी ने कहा कि शुरुआत से ही सब कुछ अव्यवस्थित ढंग से किया गया है। किसी भी देश ने उतने डॉक्टर और हेल्थकेयर वर्कर नहीं खोए हैं, जितना भारत ने इस महामारी में खोए हैं। इस सरकार ने अभी तक यह स्वीकार नहीं किया है कि हम कम्युनिटी ट्रांसमिशन स्टेज में हैं। अगर हमने एक सुनियोजित रणनीति तैयार की होती, तो यह स्थिति पैदा नहीं होती।
उन्होंने कहा कि महामारी को रोका नहीं जा सकता है लेकिन महामारी की तीव्रता को कम किया जा सकता है। मुझे देश में कोरोनो वायरस से होने वाली मौतों पर संदेह है। मुझे लगता है कि हमारे देश में कम मौतें रिपोर्ट हुई हैं। देश के कितने अस्पताल मौत का कारण बताते हुए मेडिकल सर्टिफिकेट जारी कर सकते हैं? हर्षवर्धन जी बताएं, टीका कब आएगा? भारतीय टीका का इंतजार कर रहे हैं।
इसके जवाब में हर्षवर्धन ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर लगभग 30 कोविड-19 वैक्सीन पर काम चल रहा है। ये टीके प्री क्लिनिकल और क्लिनिकल डेवलेपमेंट के विभिन्न चरणों में हैं, जिनमें से तीन वैक्सीन फेज I/II/III ट्रायल्स के एडवांस स्टेज में हैं और चार टीके ‘प्री क्लिनिकल’ मूल्यांकन के उन्नत चरण में हैं। हर्षवर्धन ने कहा कि दुनिया में कोविड-19 रोधी 145 टीका ‘प्री क्लिनिकल’ मूल्यांकन के स्तर पर हैं और इसमें से 35 का क्लिनिकल ट्रायल चल रहा है।