नई दिल्ली: भारत अपनी संस्कृति अपने लोकतंत्र के साथ-साथ पूरी दुनिया में अपने बेहतरीन मसालों के लिए भी जाना जाता है। भारतीय भोजन में मसालों का इस्तेमाल बहुतायत में होता है। बिना मसालों के कोई भी भारतीय भोजन स्वादिष्ट बनाना मुश्किल हो जाता है। लेकिन बाजार में उपलब्ध कई मसालों में उनकी मात्रा बढ़ाने के लिए मिलावट की जाती है। उससे सावधान रहना बहुत जरूरी है।
- लाल मिर्च पाउडर
- हल्दी पाउडर
- पिसे हुए मसाले
- हींग
इसलिए आपको मसाले खरीदते वक्त उनकी गुणवत्ता की जांच जरूर करनी चाहिए। क्योंकि यह आपकी जेब तो खाली करते ही हैं साथ में आपके सेहत के साथ भी खिलवाड़ करते हैं। इसलिए, आज हम आपको बताएंगे अलग-अलग मसालों में मिलावट की गई है या नहीं उसकी जांच कैसे करें।
लाल मिर्च पाउडर में सिंथेटिक रंगों की मिलावट
एक गिलास में पानी ले और उसके ऊपर अपने चुटकी भर अपना लाल मिर्च पाउडर छिड़क दें, अगर इसमें मिलावट होगी तो सिंथेटिक रंग पानी के नीचे धारी बनाता हुआ चला जाएगा।
हल्दी पाउडर में सिंथेटिक रंगों की मिलावट देखें
एक गिलास पानी में एक चम्मच हल्दी पाउडर मिलाएं अगर पानी हल्का पीला होता है तो हल्दी शुद्ध है। लेकिन अगर हल्दी में सिंथेटिक रंग मिला हुआ है तो आपका पानी एकदम गाढ़े पीले रंग का हो जाएगा।
पिसे हुए मसालों में शुद्धता की जांच
पिसे हुए मसालों में मिलावट ज्यादा देखी जाती है, इसलिए पिसे हुए मसालों में मिलावट की जांच करने के लिए आप किसी कटोरी में पानी लें और उसके ऊपर एक चुटकी मसाला छिड़क दें। अगर पानी की सतह पर धूल जैसे कण या मसाले की चोकर तैरने लगे, तो समझ जाइए कि आप के मसाले में मिलावट की गई है। क्योंकि असली मसाला पानी की सतह पर मौजूद नहीं रहता।
एक चम्मच में थोड़े से हींग की मात्रा को जला दें, अगर हींग शुद्ध होगा तो वह कपूर की तरह जल जाएगा। अगर वह मिलावटी होगा तो वह कपूर की तरह नहीं जलेगा। मसाले खरीदते वक्त मसालों की जांच जरूर करें। खुले मसाले खरीदने से बचें। हमेशा FSSAI यानी भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण के सर्टिफिकेशन वाले मसाले ही खरीदें।