- 48 घंटे की मैराथन सर्जरी के बाद, डॉक्टरों ने बचा ली मरीज की जान
- उत्तर प्रदेश के लखनऊ स्थित निजी अस्पताल ने की सफल सर्जरी
- डॉक्टरों की सर्जरी की बदौलत मरीज की आंखों की रोशनी भी आई वापस
UP News: आपने आम तौर पर देखा होगा या सुना होगा कि कोई भी ऑपरेशन चाहे बड़ा हो या छोटा, अक्सर कुछ घंटों में पूरा हो जाता है। लेकिन यहां हम आपको एक ऐसे ऑपरेशन के बारे में बता रहे हैं जहां डॉक्टरों को ऑपरेशन करने में 48 घंटे लग गए। यानि डॉक्टर 48 घंटे तक लगातार सर्जरी करते रहे और फाइनली मरीज की जान भी बच गई। डॉक्टरों का कहना है कि यदि समय रहते हुए सर्जरी नहीं होती तो मरीज (महिला) की जान को भी खतरा हो सकता था। मामला यूपी की राजधानी लखनऊ का है।
48 घंटे तक चली सर्जरी
लखनऊ के अपोलोमेडिक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में महिला को गंभीर बीमारी के बाद एडमिट किया गया था। महिला की मस्तिष्क की गांठ (ब्रेन एन्यूरिज्म) को ठीक करने के लिए डॉक्टरों को 48 घंटे की जटिल सर्जरी करनी पड़ी जो पूरी तरह से सफल रही। ब्रेन एन्यूरिज्म मस्तिष्क में रक्त वाहिका में एक उभार या गुब्बारा है। हॉस्पिटल के एमडी और सीईओ, डॉ. मयंक सोमानी ने कहा, 'हमने एक महिला की जान बचाई, जो एक स्केच आर्टिस्ट है। वह न केवल अपनी जानलेवा स्थिति से उबर गई, बल्कि उसकी आंखों की रोशनी भी वापस आ गई।'
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50 डॉक्टरों की टीम
40 वर्षीय महिला को दृष्टि की हानि के साथ आपात स्थिति में भर्ती कराया गया था। महिला जब अस्पताल में पहुंची थी तो उसे कुछ नहीं दिखाई दे रहा था। ऑपरेशन के दौरान 50 डॉक्टरों सहित पैरामैडिक की पूरी टीम तैनात रही। रोगी के मस्तिष्क में एक ट्यूमर विकसित हो गया था जो किसी भी मिनट फटने वाला था, जिससे मस्तिष्क में अत्यधिक रक्तस्राव हो सकता था। डॉ. सोमानी ने कहा कि पूरी टीम ने अथक परिश्रम किया और मरीज की जान बचाने के लिए खुद को प्रतिबद्ध किया।