- सरकार ने पहली बार कोविड-19 के कम्युनिटी ट्रांसमिशन की बात स्वीकार की है
- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि कुछ राज्यों, जिलों में ऐसी स्थिति है
- उनका यह बयान ऐसे समय में आया है, जबकि देश में संक्रमण के मामले 75 लाख के करीब हैं
नई दिल्ली : देश में कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर जारी चिंता के बीच केंद्र सरकर ने पहली बार स्वीकार किया कि देश में संक्रमण की स्थिति सामुदायिक स्तर पर पहुंच चुकी है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि कम्युनिटी ट्रांसमिशन देशभर में नहीं है, बल्कि कुछ चुनिंदा जिलों और राज्यों में ही इसका असर देखा गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की स्वीकारोक्ति पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा यह कहे जाने के बाद आई है कि राज्य में कम्युनिटी ट्रांसमिशन का दौर शुरू हो चुका है।
समाचार एजेंसी आईएएनएस के अनुसार, डॉ. हर्षवर्धन का यह बयान उनके साप्ताहिक वेबिनार 'संडे संवाद' के दौरान किए गए एक प्रश्न के जवाब में आया। उनसे पूछा गया था, 'ममता बनर्जी ने कहा है कि राज्य में कम्युनिटी ट्रांसमिशन के उदाहरण देखने को मिले हैं। क्या अन्य राज्यों में भी ऐसा है?' इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, 'पश्चिम बंगाल सहित विभिन्न राज्यों में अलग-अलग क्षेत्रों में, खासकर सघन आबादी वाले इलाकों में कम्युनिटी ट्रांसमिशन का अनुमान है। लेकिन यह कुछ ही राज्यों में कुछ निश्चित जिलों तक सीमित है।'
ममता बनर्जी ने मानी थी कम्युनिटी ट्रांसमिशन की बात
यहां उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण को लेकर कम्युनिटी ट्रांसमिशन की बात कई विशेषज्ञ पहले भी कह चुके हैं। लेकिन सरकार ने आधिकारिक तौर पर पहली बार इसे स्वीकार किया है। इसे पहले पिछले सप्ताह की शुरुआत में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममत बनर्जी ने लोगों से आगामी दुर्गा पूजा के दौरान सावधानी बरतने का आह्वान करते हुए कहा था कि लोगों को कोविड-19 सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने की आवश्यकता है। राज्य में इस संक्रमण के कम्युनिटी ट्रांसमिशन के भी उदाहरण हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया है, जबकि देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 75 लाख के आसपास हो गए हैं, जबकि इस घातक संक्रमण से अब तक 1.14 लाख से अधिक लोग अब तक जान गंवा चुके हैं। देश में संक्रमण के एक्टिव केस 8 लाख से कम हैं।