- कौन सी पार्टी में शामिल होंगे समय आने पर पता चल जाएगा- हार्दिक पटेल
- गुजरात में जमीन पर कांग्रेस नहीं, बड़ी बड़ी बातों से कुछ नहीं होता
- गुजरात में कांग्रेस ने युवाओं को तवज्जो नहीं दी।
गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रहे हार्दिर पटेल कांग्रेस पार्टी से हर तरह का नाता तोड़ चुके हैं। अंग्रेजी, गुजराती और हिंदी में ट्वीट के जरिए उन्होंने कहा कि राहुल गांधी मोबाइल देखने में व्यस्त रहते हैं, कांग्रेस के नेताओं को सिर्फ सैंडविच चिकन का शौक है, इस तरह की व्यथा गाथा के साथ उन्होंने पार्टी को अलविदा बोल दिया। उनके इस्तीफे के तुरंत बाद कांग्रेस के कद्दावर नेता शक्ति सिंह गुहिल ने कहा कि युवा नेता के तौर पर पार्टी ने उन्हें मौका दिया। इसके साथ ही गुजरात कांग्रेस के इंचार्च रघु शर्मा ने कहा कि नरेश पटेल की पार्टी में एंट्री की संभावना से हार्दिक खुद को असहज महसूस करने लगे और किनारा कस लिया। लेकिन हार्दिक ने एक एक कर कांग्रेस की नीतियों पर निशाना साधा।
हार्दिक पटेल के निशाने पर कांग्रेस
हम AC रूम में नहीं बैठते, पाटीदार समाज के लिए लड़े। आनेवाले 20 साल तक गुजरात में कांग्रेस सत्ता में नहीं आएगी। सिर्फ गुजरात के नेता कहते है, एक दिन जनता थक जाएगी तब वोट देगी। कांग्रेस पार्टी गुजरात का लाभ नहीं कर सकती।अडानी, अम्बानी अपनी मेहनत से आगे आए, कांग्रेस नेता उन्हें गाली देते है। राहुल से अंतिम बार बात हुई, तब कहा, मुझे काम करना है, पर काम नहीं देते, मीटिंग में बुलाते नहीं, पोस्टर में फोटो नहीं लगाते, टिकट वितरण में चर्चा नहीं करने देतेयूथ कांग्रेस के चुनाव में 5 करोड़ गुजरात कांग्रेस ने वसूल किए।
अभी मैं किसी दल में नहीं
अभी मैं भाजपा में नहीं गया। जहां तक किसी दल में शामिल होने का सवाल है उसके बारे में अभी कोई फैसला नहीं किया है। दरअसर हार्दिक पटेल ने जब इस्तीफा दिया तो उन्होंने तीन भाषाओं में खत लिखा। जिसमें मंदिर, अंबानी अडानी का जिक्र था। ट्वीट की भाषा पर कांग्रेस ने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि आप खुद समझ सकते हैं कि बोल और भावना किस दल का है। वो बीजेपी की भाषा बोल रहे हैं।
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