- जो इलाके हॉस्पॉट नहीं है वहां शर्तों के साथ आर्थिक गतिविधि की इजाजत
- कृषि और उससे जुड़े क्षेत्रों में खास छूट
- महाराष्ट्र के 10 जिलों में कोरोना का कोई केस नहीं
नई दिल्ली। भारत में कोरोना संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र से सामने आए हैं। उद्धव सरकार का कहना है कि एक तरफ हमारे सामने कोरोना से निपटने की चुनौती है तो दूसरी तरफ हमें लोगों के बारे में भी सोचना है। आर्थिक गतिविधियों के मद्देनदर उद्धव सरकार ने 20 अप्रैल से कुछ खास उद्योगों और सेवाओं को चलाने की अनुमति दी है। सरकार के आदेश के मुताबिक सभी तरह की स्वास्थ्य सेवाएं, कृषि क्षेत्र, बागवानी, नारियल खेती काजू और मसालों के साथ साथ बैंकों की शाखाएं, ई-कॉमर्स को ऐसे इलाकों में चलाने की अनुमति होगी दो हॉटस्पॉट इलाके में शामिल नहीं हैं।
कृषि और संबंधित क्षेत्रों को खास छूट
राज्य सरकार ने इसके अलावा गन्ना की खेती में शामिल एक लाख कामगारों को लॉकडाउन के बीत उनके गांव जाने की अनुमति दे दी है, हालांकि गांव जाने से पहले उन्हें मेडिकल चेकअप कराना होगा। जो कामगार गांव जाएंगे उनके जाने, रहने और खाने का इंतजाम सुगर मिल के मालिक करेंगे। जल संसाधन मंत्री जयंत पाटिल ने कहा कि लॉकडाउन समाप्त होने के बाद हालात का सामान्य बनाने के लिए डिप्टी सीएम अजित पवार की अगुवाई में कमेटी गठित की गई है।
महाराष्ट्र में 10 जिले कोरोना से पूरी तरह आजाद
कैबिनेट सब कमेटी की रिपोर्ट के बाद सीएम उद्धव ठाकरे फैसला लेंगे और जमीन पर काम शुरू किया जाएगा। राजस्व मंत्री बाला साहेब थोराट का कहना है कि राज्य के 10 जिले कोरोना से प्रभावित नहीं हैं। बता दें कि महाराष्ट्र में अब तर 3205 मामलों की पहचान की गई है और 194 लोग काल के गाल में समा चुके हैं। हालांकि 300 लोगों को स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी भी दे दी गई है।