AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि दिल्ली पुलिस जहांगीरपुरी में हिंसा रोकने में असफल रही। सिर्फ एक समुदाय के लोग गिरफ्तार किए गए। सरकार चाहती है कि दंगे हों। नाकामी छुपाने के लिए पुलिस झूठ बोल रही। मुसलमानों के खिलाफ नारेबाजी की जा रही है। दिल्ली पुलिस एकतरफा कार्रवाई कर रही है। दिल्ली हिंसा की जिम्मेदारी मोदी सरकारी की है। उन्होंने कहा कि मस्जिद पर झंडा क्यों फहराया गया? इससे पहले दिन में 2 जुलूस पहले ही निकल चुके थे, यह तीसरा था जो हिंसक हो गया। जब से अमित शाह गृह मंत्री बने हैं, दिल्ली में 4 हिंसक मामले देखे गए हैं। ओवैसी ने दिल्ली के जहांगीरपुरी के सी ब्लॉक में हनुमान जयंती पर जुलूस के दौरान कथित तौर पर हथियार लेने पर सवाल उठाए।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने कहा कि सी-ब्लॉक जहांगीरपुरी में बिना अनुमति के जुलूस निकाला गया। बिना अनुमति के यात्रा निकाली गई और जुलूस के दौरान पिस्तौल और तलवार जैसे हथियार प्रदर्शित किए गए। क्या पुलिस वाले मूकदर्शक बनकर खड़े रहे? आपने बिना अनुमति के जुलूस निकालने की अनुमति कैसे दी?
जहांगीरपुरी हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस की प्रेस कॉन्फ्रेंस, कमिश्नर बोले- एक भी आरोपी नहीं बचेगा
हालांकि प्रेसवार्ता के दौरान दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने हिंसा के दिन जहांगीरपुरी की एक मस्जिद में भगवा झंडे फहराने के प्रयासों के दावों का खंडन किया। अस्थाना से यह पूछे जाने पर कि क्या झंडा फहराने की कोशिशों के बाद संघर्ष हुआ था तो अस्थाना ने कहा कि नहीं, जुलूस के दौरान मस्जिद में भगवा झंडा फहराने का कोई प्रयास नहीं किया गया था।
Jahangirpuri हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस का बड़ा खुलासा, करीब एक दर्जन बाहरियों ने भी हिंसा फैलाई