- सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कोविड-19 की स्क्रीनिंग पर उठाए सवाल
- पूछा- जब देश के एयरपोर्ट्स पर स्क्रीनिंग हुई तो देश में केस कैसा आ गया
- उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमण के अब तक 657 केस मिले हैं
लखनऊ (उत्तर प्रदेश) : समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को सरकार से पूछा कि देश में कोविड-19 का पहले केस सामने आने से बहुत पहले ही यदि एयरपोर्ट्स पर लोगों की स्क्रीनिंग शुरू हो गई थी तो देश में कोरोना वायरस से संक्रमण फैला कैसे। पूर्व मुख्यमंत्री ने एयरपोर्ट्स पर हुई स्क्रीनिंग की गंभीरता पर सवाल उठाए हैं।
अखिलेश ने अपने एक ट्वीट में कहा, 'दावा किया जा रहा है कि देश में कोविड-19 का पहला केस सामने आने से बहुत पहले ही एयरपोर्ट्स पर यात्रियों की स्क्रीनिंग शुरू कर दी गई थी लेकिन सवाल उठता है कि यह स्क्रीनिंग कितनी सही एवं सार्थक थी। जो दावा किया जा रहा है यदि वह सही है तो देश को यह बताया जाना चाहिए कि कोरोना का पहला केस आ कैसे गया।'
अखिलेश ने स्क्रीनिंग पर उठाए सवाल
सपा अध्यक्ष ने कहा, 'एयरपोर्ट पर यदि सही तरीके से स्क्रीनिंग हुई होती तो इससे देश को सही मायने में फायदा पहुंचा होता।' अखिलेश यादव ने गत रविवार को कहा कि स्वास्थ्य कर्मचारियों को यदि पीपीई और मास्क मिलता है तो लॉकडाउन का विस्तार ज्यादा लाभकारी होगा। लोगों तक जरूरी सामग्रियों की आपूर्ति बिना किसी रुकावट के हो, सरकार को इसे सुनिश्चित करना चाहिए।
यूपी में अब तक मिले 657 केस
उत्तर प्रदेश में कोविड-19 से संक्रमण के अब तक 657 केस सामने आए हैं। इस दौरान उपचार के बाद 49 लोगों को ठीक किया जा चुका है जबकि 8 लोगों की मौत हुई है। देश में कोरोना वायरस से संक्रमण की संख्या बढ़कर 10815 हो गई है और अब तक 353 लोगों की जान गई है और 1190 लोग ठीक हुए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आज शाम पुलिस, प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करने वाले हैं। समझा जाता है कि लॉकडाउन बढ़ने के बाद मुख्यमंत्री अपनी तैयारियों की नए सिरे से समीक्षा करेंगे।
देश में 3 मई तक लॉकडाउन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश में लॉकडाउन की अवधि बढ़ाकर 3 मई कर दी। इससे पहले देश में 21 दिनों का लॉकडाउन लागू था। पीएम ने देश के नाम अपने संबोधन में कहा कि इस महामारी से निपटने के लिए सरकार ने समय रहते कदम उठाए जिसके चलते अन्य देशों के मुकाबले यहां नुकसान कम हुआ। पीएम ने कहा कि अगले एक सप्ताह तक लॉकडाउन का कहीं उल्लंघन न हो इसकी कड़ी निगरानी की जाएगी। प्रधानमंत्री ने कोविड के खिलाफ लड़ाई में लोगों से सहयोग करने की अपील की।