इनकम टैक्स, केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड ने हाल के दिनों कानपुर में इत्र कारोबारी (पीयूष जैन) के घर और अन्य ठिकानों पर छापेमारी कर करीब 257 करोड़ रुपए कैश, 25 किलो सोना और 250 किलो चांदी बरामद किए। यह छापेमारी पर जमकर सियासत हो रही है। उत्तर प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी विपक्ष पर निशाना साध रही है। जबकि यूपी की प्रमुख विपक्षी पार्टी सपा सत्ता पक्ष पर टारगेट कर रही है।
पीएम मोदी ने किसी का नाम लिए बिना कानपुर में इत्र कारोबारी के घर छापे पर बोलते हुए कहा कि मैं सोच रहा था बीते दिनों जो बक्से भर-भर के नोट मिले है, उसके बाद भी ये लोग यही कहेंगे कि ये भी हमने ही किया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि अभी हाल ही में समाजवादी पार्टी के मुखिया के करीबी के पास से इनकम टैक्स की रेड में 250 करोड़ रुपए मिले। सपा मुखिया प्रदेश की जनता को बताएं कि कहां से आया ये पैसा? ये उत्तर प्रदेश की गरीब जनता से लूटा हुआ पैसा है।
इसके जवाब में सपा प्रमुख और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि यह छापे (कानपुर में व्यवसायी पीयूष जैन के घरों और प्रतिष्ठानों पर) समाजवादी पार्टी से बिल्कुल भी जुड़े नहीं हैं। यह घटना दर्शाती है कि नोटबंदी विफल हो गई है। छापेमारी करने वाले अधिकारी बता सकते हैं बरामद हुए 2000 रुपए के नए नोटों के स्रोत।
अखिलेश यादव ने कहा कि व्यापारी के सीडीआर (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) से कई बीजेपी नेताओं के नाम सामने आएंगे जो उनके संपर्क में थे। उन्होंने कहा कि गलती से बीजेपी ने अपने ही कारोबारी पर छापा मारा। उन्होंने दावा किया कि समाजवादी इत्र (इत्र) सपा एमएलसी पुष्पराज जैन द्वारा लॉन्च किया गया था न कि पीयूष जैन ने लॉन्च किया था।
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