- अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था रवाना
- एलजी मनोज सिन्हा ने किया रवाना, दो साल बाद शुरू हो रही है यात्रा
- सुरक्षा के किए गए पुख्ता इंतजाम
करीब दो साल के बाद अमरनाथ यात्रा 30 जून से शुरू होने जा रही है। भारी सुरक्षा इंतजाम के बीच जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पहले जत्थे को रवाना किया। आतंकी खतरे को देखते हुए इस दफा चार गुना फोर्स की तैनाती की गई है। अमरनाथ यात्रा आगामी 30 जून से दो मार्गों से शुरू होगी। पहला 48 किलोमीटर लंबा पारंपरिक मार्ग जो कि दक्षिण कश्मीर के पहलगाम से शुरू होता है। दूसरा 14 किलोमीटर लंबा मार्ग मध्य कश्मीर के बालटाल से शुरू होता है। गौरतलब है कि 2019 में यात्रा को अनुच्छेद 370 के कारण बीच में रोक दिया गया था और फिर दो साल कोविड महामारी के कारण यात्रा नहीं हो सकी।
तीन लाख श्रद्धालुओं ने कराया है पंजीकरण
एलजी मनोज सिन्हा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर क्षेत्र के लोगों में इस साल बहुत उत्साह है और मैं देख रहा हूं कि स्थानीय लोग भी आने वाले तीर्थयात्रियों के स्वागत के लिए तैयार हैं।'' अधिकारियों ने बताया कि यात्रा के लिए अब तक लगभग तीन लाख तीर्थयात्रियों ने पंजीकरण कराया है। उन्होंने बताया कि तीर्थयात्रा के लिए जम्मू शहर में कम से कम पांच हज़ार सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे।