नई दिल्ली: कांग्रेस के राज्यसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा हुए अभी 3 दिन हो गए लेकिन बवाल खत्म नहीं हो रहा है,अलग-अलग राज्यों से उम्मीदवारों का विरोध सामने आ रहा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रियंका गांधी के सलाहकार आचार्य प्रमोद कृष्णम ने 'टाइम्स नाउ नवभारत' से 'एक्सक्लूसिव' बातचीत की।
राज्यसभा के लिए कुछ कांग्रेस के उम्मीदवारों नामांकन से निराश हैं, इस बीच पार्टी नेता प्रमोद कृष्णम ने मंगलवार को आरोप लगाया कि पार्टी के कुछ नेता हिंदू शब्द (Hindu Word) से "नफरत" करते हैं, उन्होंने कहा, "कांग्रेस में कुछ नेता हैं जो 'हिंदू', 'धर्म' शब्द से नफरत करते हैं। अगर वे इस शब्द से नफरत करते हैं, तो वे एक हिंदू व्यक्ति को राज्यसभा (चुनाव) में कैसे भेज सकते हैं लेकिन मैं फिर भी कांग्रेस के साथ खड़ा हूं।"
राज्यसभा नामांकन ( Rajya Sabha nominations) पर विवाद के बारे में आगे बात करते हुए, कांग्रेस नेता ने कहा, "राज्यसभा को उच्च सदन कहा जाता है पार्टी हमेशा वैसे लोगों को राज्यसभा भेजती है जो देश के लिए या पार्टी के लिए फायदेमंद हो। पार्टी को ऐसे लोगों को उम्मीदवार बनाना चाहिए जो "पार्टी के लिए ऐसेट हो लाइबलिटी नहीं "
उन्होंने आगे कहा कि "जो 2 साल पहले कांग्रेस पार्टी में आया उनको राज्यसभा भेज दिया... गुलाम नबी आजाद, सलमान खुर्शीद, राशिद अल्वी और तारीक अनवर को दरकिनार करके यह काम किया गया"
प्रमोद कृष्णम ने आगे कहा कि अगर राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष पद को स्वीकार नहीं करते हैं तो पार्टी की कमान प्रियंका गांधी को दी जानी चाहिए। "कई नेता और कार्यकर्ता ऐसा मानते हैं। लेकिन फिर पार्टी के कुछ सदस्य कहने लगे कि मैं राहुल गांधी के खिलाफ हूं, मैं क्यों रहूंगा?"
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि "अगर राहुल गांधी इस पद को स्वीकार नहीं करते हैं, तो इतनी बड़ी पार्टी को एक ऐसे चेहरे की जरूरत है जो युवाओं और पार्टी के अनुभवी सदस्यों के बीच समन्वय और समन्वय कर सके। कई लोगों के अनुसार यह चेहरा प्रियंका गांधी है।"