नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गुरुवार को पश्चिम बंगाल में थे। यहां ठाकुरनगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने एक बार फिर नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर देश के अल्पसंख्यक समुदाय को आश्वस्त किया। उन्होंने कहा कि मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि सीएए में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है जो किसी भी मुस्लिम की नागरिकता को छीन ले। हम सिर्फ उन लोगों को नागरिकता देना चाहते हैं जो पिछले 70 सालों से भारत में रह रहे हैं। अफवाह फैलाने वालों के बहकावे में न आएं।
'किसी मुस्लिम की नागरिकता नहीं जाएगी'
उन्होंने कहा, '2018 में हमने वादा किया था कि 2019 में नरेंद्र मोदी सरकार चुन कर लाइए, हम सिटिजनशिप में संशोधन करके कानून लाएंगे, जो मतुआ समाज के लोगों को भारत की नागरिकता देगा। 2020 में हम CAA लेकर आएं और आज कानून अस्तित्व में आए हैं। मैं देश के गृह मंत्री के नाते इस पवित्र भूमि से कहना चाहता हूं कि CAA से किसी भी मुस्लिम की नागरिकता नहीं जाएगी, ऐसा कोई भी प्रावधान इसमें नहीं है।'
'ममता CAA नहीं रोक पाएंगी'
शाह ने कहा कि हमने सीएए बनाया है और मैं आप सभी से वादा करता हूं कि टीकाकरण पूरा होते ही हम आप सभी को नागरिकता देंगे। वहीं इस मसले पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, 'यह संसद द्वारा गठित एक कानून है और वह इसे रोक नहीं पाएगी। इसलिए भी नहीं रोक पाएगी क्योंकि उन्हें आगामी चुनावों में सत्ता से बाहर कर दिया जाएगा। ममता दीदी ने कहा कि हमने गलत वादा किया। उन्होंने सीएए का विरोध करना शुरू कर दिया और कहती हैं कि वह इसे कभी लागू नहीं होने देंगी। भाजपा अपने वादे हमेशा पूरे करती है। हम इस कानून को लेकर आए हैं और शरणार्थियों को नागरिकता मिलेगी।'
गृह मंत्री ने बांग्लादेशियों की घुसपैठ के मुद्दे पर भी ममता बनर्जी सरकार पर हमला बोला और कहा कि केवल भाजपा ही इस समस्या को रोक सकती है।