- बीजेपी के दिग्गज नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दो दिन के दौरे पर पश्चिम बंगाल जा रहे हैं
- विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर पार्टी नेताओं के साथ बैठक करेंगे
- पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव 2021 अप्रैल-मई में होने की संभावना है
कोलकाता/नई दिल्ली : बिहार चुनाव के बाद अगले साल पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। इसी सिलसिले में बीजेपी के दिग्गज नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 5 नवंबर से पश्चिम बंगाल का दो दिवसीय का दौरा करने जा रहे हैं। कोरोना वायरस महामारी के बाद अमित शाह का यह पहला दौरा है। इससे पहले उन्होंने एक मार्च को राज्य का दौरा किया था। शाह का यह दौरा प्रदेश बीजेपी में बड़े संगठनात्मक बदलाव के बाद हो रहा है। महासचिव (संगठन) सुब्रत चट्टोपाध्याय को हटा दिया गया था और उनके जूनियर अमिताभ चक्रवर्ती को केंद्रीय नेतृत्व द्वारा उस पद पर नियुक्त किया गया था।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का पश्चिम बंगाल दौरे का कार्यक्रम
- गृह मंत्री अमित शाह 4 नवंबर की रात में कोलकाता पहुंच रहे हैं।
- वह 5 नवंबर को बांकुरा जाएंगे और पूर्वी एवं पश्चिम मिदनापुर, बीरभूम, पुरुलिया और बांकुरा जिलों के बीजेपी नेताओं के साथ संगठनात्मक बैठक करेंगे और चुनाव की तैयारियों का जायजा लेंगे।
- पश्चिम बंगाल के दक्षिणी हिस्से की 70 विधानसभा सीटों के कार्यकर्ता इस बैठक में शिरकत करेंगे।
- वह 5 नवंबर की शाम को कोलकाता लौटेंगे।
- छह नवंबर को वह दक्षिणेश्वर काली मंदिर जाएंगे और शास्त्रीय गायक पंडित अजय चक्रवर्ती से मुलाकात करेंगे। बाद में, वह राज्य के बीजेपी नेताओं के साथ बैठक करेंगे।
- इस बैठक में 80 से अधिक विधानसभा क्षेत्रों के नेता और पार्टी पदाधिकारी शिरकत करेंगे।
- अमित शाह के बांकुरा और कोलकाता में बीजेपी कार्यकर्ताओं के घर पर दोपहर का भोजन करने की भी संभावना है।
- पार्टी सूत्रों ने कहा कि शाह बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, उपाध्यक्ष मुकुल रॉय और प्रदेश प्रमुख दिलीप घोष के साथ बूथ और जिला स्तर के नेताओं और विभिन्न सामाजिक समूहों के साथ बातचीत करेंगे।
गृहमंत्री का यह दौरा महत्व रखता है क्योंकि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति की आलोचना की थी। धनखड़ ने पिछले सप्ताह नयी दिल्ली में शाह से मुलाकात की थी और राज्य के हालात पर चर्चा की थी। प्रदेश बीजेपी नेता कानून का शासन नहीं होने का हवाला देते हुए बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग कर रहे हैं।
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव 2021 अप्रैल-मई में होने की संभावना है। यह बीजेपी के लिए महत्त्वपूर्ण होगा क्योंकि वह राज्य की राजनीति में अपनी बढ़ती प्रमुखता को भुनाने की कोशिश करेगी, जबकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तीसरी बार सत्ता में वापसी की कोशिश करेंगी। पिछले साल हुए आम चुनाव में पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से 18 सीटों पर जीत दर्ज कर बीजेपी राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल की मुख्य प्रतिद्वंद्वी के तौर पर उभरी है। बीजेपी नेताओं ने विश्वास जताया है कि वे अगले साल अप्रैल-मई में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के 10 साल के शासन को समाप्त कर देंगे।