नई दिल्ली: कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों पर काबू पाने के लिए देश के कई हिस्सों में लोगों के मास्क नहीं पहनने पर कढ़ाई बरती जा रही है। जुर्माने का ऐलान किया गया है। कई जगह पर तो भारी जुर्माना लगाया जा रहा है। लेकिन हिमाचल प्रदेश के सिरमौर में और कढ़ाई बरती जा रही है। सिरमौर जिला प्रशासन ने शुक्रवार को एक आदेश जारी किया है जिसमें कहा गया है कि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने बिना वारंट गिरफ्तार की जा सकती है और मामले में दोषी पाए जाने के बाद आठ दिनों तक कारावास की सजा दी जा सकती है या 5000 रुपए का जुर्माना लगाया जा सकता है। उल्लेखनीय रूप से यह आदेश सिरमौर के पुलिस अधीक्षक (SP) द्वारा जारी किया गया है।
सिरमौर के एसपी ने आदेश में कहा है, 'कोई भी व्यक्ति जो मास्क नहीं पहने पाया गया, उसकी बिना वारंट के गिरफ्तारी होगी और दोषी पाए जाने पर कारावास की सजा दी जाएगी, जो आठ दिनों तक बढ़ सकती है या जुर्माना जो 5,000 रुपए तक बढ़ सकता है।'
हिमाचल प्रदेश में कोरोना वायरस के 7878 सक्रिय मामले हैं। अब तक 29,020 मरीज इस वायरस से ठीक हो चुके हैं। वहीं 599 लोगों की जान इस घातक वायरस से जा चुकी है।
कोरोना से बचने के लिए सही मास्क का चयन जरूरी
इस बीच मास्क को लेकर सरकार ने कहा है कि क्लीनिकली एप्रूव्ड मास्क से ही कोरना से बचाव हो सकता है और इस क्रम में एन95 मास्क उपयोगी बताए जा रहे हैं। एक और मास्क है, जिसे कोरोना के खिलाफ लड़ाई मे कारगर माना जा रहा है। इस मास्क का नाम जी99 है और इसे नई दिल्ली स्थित निमार्ता एवं निर्यातक, जीनस अपेरल्स तैयार किया है। जीनस का दावा है कि उसका जी99 मास्क कोरोना से 99.99 प्रतिशत तक सुरक्षा करता है। यह अमेरिका की आईएसओ सर्टिफाईड लैबोरेटरी द्वारा अनुमोदित है। यह स्विस टेक्नॉलॉजी द्वारा पॉवर्ड है, जो प्रतिष्ठित ऑस्ट्रेलियन इंस्टीट्यूट से सर्टिफाइड है।
जीनस जी99 मास्क को खासततौर पर कोरोना से बचाव के लिए बनाया गया है। इसमें अतिरिक्त सुरक्षा के लिए सुरक्षा की पांच परतें हैं। सबसे अंदर की परत ऑर्गेनिक कॉटन की है, जो लंबे समय तक पहने जाने के बाद अतिरिक्त कम्फर्ट प्रदान करती है। यह अत्यधिक मुलायम स्किन-फ्रेंडली कॉटन परत नमी को अवशोषित कर लेती है, जिससे कम गर्मी उत्पन्न होती है। ट्रिपल पार्टिकुलेट (3 इन टू 1) कंपोजिट नैनोटेक फिल्ट्रेशन सिस्टम प्रदूषण, बैक्टीरिया, पीएम 2.5 पार्टिकल्स को फिल्टर कर सपोर्ट का काम करता है। बाहरी परत ड्रॉपलेट्स से सुरक्षा देती है और बड़े कणों को फिल्टर कर देती है।