- शीतकालीन सत्र से पहले विपक्ष के तेवर सख्त
- सर्वदलीय बैठक में बोलने का मौका नहीं दिया गया- आप सांसद संजय सिंह
- 29 नवंबर से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने जा रहा है।
संसद सत्र शुरू होने से पहले सरकार सभी दलों की बैठक बुलाती है ताकि सत्र की कार्यवाही के दौरान किसी तरह की अड़चन ना हो। यह बात अलग है कि हम सब संसद में हंगामे का गवाह बनते हैं और जनता की गाढ़ी कमाई जाया हो जाती है। संसद के शीतकालीन सत्र(29 नवंबर) से पहले रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह का गौर करने के लायक है।
सर्वदलीय बैठक में बोलने का नहीं मिला मौका
आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि वे (सरकार) किसी भी सदस्य को सर्वदलीय बैठक के दौरान बोलने नहीं देते हैं। मैंने संसद के इस सत्र में एमएसपी गारंटी पर कानून लाने और बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र के विस्तार आदि सहित अन्य मुद्दों को उठाया। वे हमें सर्वदलीय बैठक और संसद में नहीं बोलते हैं।
सर्वदलीय बैठक की खास बातें
- सर्वदलीय बैठक में टीएमसी ने 10 मुद्दे उठाए जिसमें पेगासस, बीएसफ का अधिकार क्षेत्र शामिल था।
- बैठक में 31 दल शामिल हुए
- संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी बोले- सकारात्मक चर्चा हुई।
- सत्र चलाने पर कांग्रेस का सकारात्मक रुख
- विपक्ष ने सदन को चलने का भरोसा दिया
- सरकार विपक्ष की बातों का ध्यान रखेगी- प्रह्लाद जोशी
इन नेताओं ने बैठक में की शिरकत
सर्वदलीय बैठक में भाग लेने वाले विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं में कांग्रेस से मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर आर चौधरी और आनंद शर्मा, टीएमसी से सुदीप बनर्जी और डेरेक ओब्रियन, डीएमके से टीआर बालू और टी. शिवा, एनसीपी से शरद पवार शामिल थे।