- सेना के अधिकारी और जवान 23 मार्च से एक सप्ताह के लिए 'वर्क फ्रॉम होम' करेंगे
- हालात की गंभीरता को देखते हुए सेना में पोस्टिंग/ट्रांसफर को भी टाल दिया गया है
- देश में कोरोना वारयस के मामले बढ़कर 237 हो गए हैं, कई शहर लॉकडाउन' हैं
नई दिल्ली : देश में कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बीच सेना ने बड़ा फैसला लिया है। सेना के अधिकारी और जवान भी 23 मार्च से एक सप्ताह के लिए 'वर्क फ्रॉम होम' करेंगे। ऐसा चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा। सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने शुक्रवार को कहा कि आर्मी की नई एडवाइजरी के अनुसार, 35 प्रतिशत अधिकारी और 50 प्रतिशत जवान 23 मार्च से एक सप्ताह के लिए 'होम क्वारंटीन' रहते हुए घर से काम करेंगे।
23 मार्च से 'वर्क फ्रॉम होम'
कोरोना वायरस के खतरे से निपटने में सेना की तैयारियों का जायजा लेने के बाद सेना प्रमुख ने कहा कि सैन्य अधिकारियों और जवानों को चरणबद्ध तरीके से 'वर्क फ्रॉम होम' दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि अधिकारियों व जवानों का एक समूह जहां 23 मार्च से एक सप्ताह के लिए घर से काम करेगा, वहीं दूसरा समूह 30 मार्च से 'होम क्वारंटीन' का पालन करेगा।
पोस्टिंग और ट्रांसफर भी टला
कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए सेना मुख्यालय में कर्मचारियों की संख्या घटाने का फैसला लिय गया है। केवल उन्हीं लोगों को वहां जाने की जरूरत होगी, जो आवश्यक या आपातकालीन सेवाओं से जुड़े हैं या कोविड-19 के बढ़ते खतरों की रोकथाम के उपायों से सीधे जुड़े हैं। नई एडवाइजरी के मुताबिक, सेना में पोस्टिंग और ट्रांसफर को भी फिलहाल टाल दिया गया है।
बढ़ सकती है छुट्टी
इसके अतिरिक्त सभी रैंक में अस्थाई ड्यूटी भी 15 अप्रैल तक रिशिड्यूल/कैंसिल कर दी गई है। जो सैन्य कर्मचारी पहले से अवकाश पर हैं, उनका अवकाश 15 अप्रैल तक बढ़ाया जा सकता है। लेकिन इस बारे में फैसला संबंधित ऑथरिटी लेगी।
कई शहरों में 'लॉकडाउन'
यहां उल्लेखनीय है कि देश में कोरोना वारयस के मामले बढ़कर 237 हो गए हैं, जबकि चार लोगों की इस घातक संक्रमण से जान जा चुकी है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए यूपी, दिल्ली, महाराष्ट्र, केरल, पंजाब सहित कई राज्यों में मॉल-मल्टीप्लेक्स बंद कर दिए गए हैं, तो विभिन्न सेक्टर्स में कर्मचारियों को घर से काम करने की सुविधा भी दी जा रही है। विभिन्न राज्यों के कुछ शहरों में कई मामले सामने आने के बाद वहां 'लॉकडाउन' का फैसला भी लिया गया है।