- आर्मी ने अलग से हिमाचल रेजीमेंट बनाने की खबरों को लेकर दी प्रतिक्रिया
- अलग हिमाचल रेजीमेंट बनाने की कोई य़ोजना नहीं, ऐसी खबरें असत्य- आर्मी
- सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थी अलग हिमाचल रेजीमेंट बनाने की झूठी खबर
नई दिल्ली: भारतीय सेना ने ऐसी खबरों का खंडन किया है जिसमें अलग से हिमाचल रेजीमेंट बनाने की बात कही जा रही थी। आर्मी ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि अफवाहों से बचें और इस तरह की खबरे पूर्णत: गलत और भ्रामक हैं। भारतीय सेना के आधिकारिक ट्विटर हैंडल (एडीजीपीआई) के अतिरिक्त महानिदेशालय ने कहा, 'भारतीय सेना में एक अलग हिमाचल रेजिमेंट बनाने की कोई योजना नहीं है।'
अफवाहों से बचें
लोगों को 'अफवाहों से दूर रहने' का आग्रह करते हुए, ADGPI ने आगे कहा, 'लोगों को 'अफवाहों से दूर रहने' का आग्रह करते हुए, ADGPI ने आगे कहा, "सोशल मीडिया पर एक संदेश सर्कुलेट हो रहा है कि जिसमें कहा जा रहा है कि हिमाचल रेजीमेंट का मुख्यालय कांगड़ा में होगा। हम अनुरोध करते हैं कि इस तरह की सूचनाएं पूरी तरह से गलत हैं और इस तरह के फेक संदेशों से बचें।'
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है फेक पोस्ट
दरअसल सोशल मीडिया पर एक पोस्ट को जमकर शेयर किया जा रहा था। कई फेसबुक पेज और व्हाट्स ग्रुप पर एक फेक मैसेज शेयर किया जा रहा था, जिसमें लिखा है, 'हिमाचली युवाओं को हार्दिक बधाई। हिमाचल रेजीमेंट को मिली मंजूरी। कांगड़ा में हिमाचल रेजीमेंट का मुख्यालय होगा। 9 कोर के अंडर होगी रेजीमेंट, 20 साल बाद सच होगा सपना। इस रेजीमेंट में हिमाचल प्रदेश और जम्मू कशमीर के पहाड़ी युवक ही भर्ती होंगे। सैन्य आधिकारी सीधी परीक्षा से आएंगे, जबकि सिपाही से लेकर सूबेदार तक हिमाचल प्रदेश, जम्मू- कशमीर के पहाडी जिलों व पजांब के पठानकोट से भर्ती होंगे. पठानकोट जिला की सिर्फ पठानकोट तहसील के युवाओं की ही भर्ती होगी।'
आर्मी में हैं कई रेजीमेंट्स
आपको बता दें कि भारतीय सेना में अभी कई तरह की रेजीमेंट हैं। सभी रेजीमेंट्स के अपने अलग-अलग नारे होते हैं। इन नारों से इतर आर्मी का नारा है 'भारत माता की जय' और इंडियन आर्मी का मोटो है- सर्विस बिफोर सेल्फ (खुद से पहले सेवा के बारे में सोचना)