नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया है कि मेडिकल स्टाफ के अलावा भी जो कर्मचारी इस समय दिन रात लोगों की मदद कर रहे हैं, अगर उन्हें कुछ होता है तो मरणोपरांत उनके परिवार को 1 करोड़ की सहायता राशि दी जाएगी। उन्होंने कहा, 'दिल्ली के पुलिसकर्मी, फायरमैन, सिविल डिफेंस जैसे कई लोग कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं। उनकी सुरक्षा के लिए सावधानियां बरती जा रही हैं, लेकिन अगर कोरोना के कारण उनकी जान चली जाती है, तो उनके परिवारों को भी 1 करोड़ रुपए सहायता राशि दी जाएगी।'
इससे पहले केजरीवाल सरकार ने ऐलान किया था कि डॉक्टर, नर्स, अस्पताल में सफाई कर्मचारी, लैब टैक्नीशियन कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के संपर्क में आने से संक्रमित हो जाता है और इसकी वजह से उसकी मृत्यु हो जाती है, तो दिल्ली सरकार उनके परिवार को 1 करोड़ रुपए का मुआवजा देगी।
शनिवार को केजरीवाल ने कहा, 'पिछले 3 दिन में दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले घटे हैं, उम्मीद है कि आगे मामले और कम होंगे। लेकिन हमें अभी भी सतर्क रहना है। कल हमने 2274 सैंपल लिए उसमें 67 केस सामने आए।'
दिल्ली में 71 कोरोना हॉटस्पॉट
दिल्ली सरकार ने अब तक 71 कंटेनमेन्ट जोन को चिन्हित किया है। कुछ लोग आदेश का पालन नहीं कर रहे, इन इलाकों में घरों से बाहर निकल रहे हैं। दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में एक ही परिवार के 26 सदस्यों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई, अब वह निषिद्ध क्षेत्र है।'
इस तरह सरकार कर रही मदद
उन्होंने कहा कि मैं आप सभी से हाथ जोड़कर प्रार्थना करता हूं कि इस लॉकडाउन के दौरान घरों से ना निकलें, कोरोना से सुरक्षा आपके खुद के हाथ में है। केजरीवाल ने बताया, '71 लाख लोगों को प्रति व्यक्ति 7.5 किलो राशन मिल चुका है। बिना राशन कार्ड के 3.5 लाख लोगों को भी राशन मिल चुका है। सभी ऑटो ड्राइवर, ई रिक्शा, ग्रामीण सेवा, फटाफट सेवा के ड्राइवर के बैंक खातों में 5000 रुपए की सहायता राशि पहुंचना शुरू हो गई है।'