- आम आदमी पार्टी ने उत्तराखंड में अपनी सक्रियता को किया तेज
- 2022 में राज्य में विधानसभा चुनाव लड़ने जा रही है आम आदमी पार्टी
- राज्य की सभी 70 सीटों के लिए पार्टी कर रही है पदाधिकारियों की नियुक्ति
देहरादून: आम आदमी पार्टी ने उत्तराखंड में अपनी सक्रियता तेज कर दी है। 2022 विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी लगातार अपने संगठन को मजबूत करने में जुटी हुई है और इसी कड़ी में लगातार पार्टी कार्यकर्ता लोगों से जुड़ने में लगे हैं। प्रचार के लिए पार्टी के मुखिया अऱविंद केजरीवाल के रिकॉर्डेड मैसेज मोबाइल नंबरों पर आना शुरू हो गए हैं जिसके जरिए वो दिल्ली में स्कूल, बिजली और पानी में किए गए अपने कार्यों का बखान कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी दो विपक्षी पार्टियों की तुलना में आप ज्यादा सक्रिय नजर आ रही है और लगातार राज्य के ज्वलंत मुद्दों को उठा रही है तथा पार्टी के कार्यक्रमों की डिटेल्स भी साझा कर रही है।
धनोल्टी का वीडियो वायरल
इस बीच आम आदमी पार्टी ने अपने फेसबुक पेज से एक ऐसी फोटो शेयर की है जो मसूरी से सटे धनोल्टी विधानसभा का है। इस फोटो में एक एक ग्रामीण महिला सिर पर आम आदमी पार्टी की टोपी लगाए नजर आ रही हैं तथा एक बडे से पत्थर पर आम आदमी पार्टी का पोस्टर लगा रही है। इस पोस्टर पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की तस्वीर हैं जिसमें एक नबंर दिया गया है और लिखा है, 'आम आदमी पार्टी उत्तराखंड से जुड़ने के लिए दिए गए नंबर पर संपर्क करें।'
बढ़ती सक्रियता
पार्टी ने फोटो शेयर करते हुए लिखा, 'इसी जज्बे का नाम है आम आदमी पार्टी! तस्वीर में- उत्तराखंड की धनोल्टी विधानसभा के दुरस्त गांव में एक महिला आम आदमी पार्टी के राजनैतिक आंदोलन को मज़बूती देते हुए।' इस वीडियो से साफ है कि दिल्ली के बाद पंजाब में पांव जमाने वाली आम आदमी पार्टी भविष्य में उत्तराखंड में भी अपनी राजनीतिक जमीन तैयार कर सकती है।
बीजेपी-कांग्रेस दोनों के लिए होगी मुश्किल!
उत्तराखंड में आम आदमी की पार्टी की एंट्री से भले ही बीजेपी- काग्रेस कह रहे हैं कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है, लेकिन अंदर ही अंदर दोनों दलों में अपने-अपने वोट बैंक को लेकर चिंता भी जाहिर हो रही है। बसपा, कांग्रेस और अन्य दलों के कई नेता पार्टी का दामन थाम चुके हैं।
सोशल मीडिया पर भी सक्रिय
आम आदमी पार्टी पलायन जैसे ज्वलंत मुद्दे को लगातार उठा रही है और सरकार की कमियों को लगातार उजागर करने में जुटी है।पार्टी सोशल मीडिया के जरिए भी लगातार लोगों से जुड़ रही हैं और दूरस्थ इलाकों में अपनी ताकत झोंक दी है जिसके लिए ब्लॉक सत्र तक की ईकाइयां नियुक्त की जा रही हैं। राज्य में आप का जितना जनाधार बढ़ेगा उसका नुकसान कहीं ना कहीं कांग्रेस और बीजेपी दोनों को होगा।