हैदराबाद : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने एक दिन पहले ही दो बच्चा नीति को लेकर बयान दिया था और कहा था कि उनका फोकस अब इस संबंध में नीति निर्धारण पर होगा। इस पर पलटवार करते हुए अब ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि वे रोजगार और युवाओं को नौकरियां देने के बारे में नहीं बोलते।
वह तेलंगाना निकाय चुनाव से पहले निजामाबाद में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे, जब आरएसएस प्रमुख पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि मोहन भागवत को यह बताना चाहिए कि सरकार ने इस देश में कितने युवाओं को रोजगार दिया है। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि बेरोजगारी के कारण 2018 में देशभर में रोजाना 36 युवाओं ने खुदकुशी की।
उन्होंने कहा, 'आरएसएस के मोहन भागवत साहब दो ही बच्चे पैदा करने की नीति बनाने की बात करते हैं। अरे तुम नौकरियां कितने को दिए वो बोलो ना। 36 बच्चे 2018 में रोज खुदकुशी किए, बताओ उस पर क्या कहेंगे आप? भारत में 60 फीसदी आबादी 40 से कम उम्र के लोगों की है, उनकी बात नहीं करेंगे।'
ओवैसी का यह बयान मोहन भागवत के शुक्रवार के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने दो बच्चा नीति को लेकर कहा था, 'हम काफी समय से यह मांग उठाते रहे हैं और चाहते हैं कि इस संबंध में एक नीति हो कि किसी भी दंपति के कितने बच्चे हो सकते हैं। लेकिन यह फैसला केंद्र को करना है कि वह इस मुद्दे पर कानून बनाना चाहता है या नहीं।'
भागवत ने शनिवार को इन आरोपों से भी इनकार किया कि आरएसएस बीजेपी को रिमोट कंट्रोल से चला रहा है। उन्होंने कहा कि इस संगठन का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है और वह देश के सभी 130 करोड़ भारतीयों और उनके नैतिक, सांस्कृतिक व मानव मूल्यों के उत्थान के लिए काम करता है। उन्होंने कहा कि वे देश के मूल्यों को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए काम करते हैं।